लोगों ने कहा- प्रशासन बनाए इंतजाम
श्रद्धालुओं और स्थानीय निवासियों में लगातार बढ़ रही नाराजग़ी अब खुलकर सामने आने लगी है। उनका कहना है कि अमरकंटक जैसे धार्मिक स्थल पर सुरक्षा इंतजामों की उपेक्षा करना प्रशासन की गंभीर भूल है। यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लाखों में होती है, लेकिन उनके जीवन की सुरक्षा को लेकर न ही कोई नीति बनाई गई है और न ही ज़मीनी स्तर पर कोई ठोस प्रयास किए गए हैं। अमरकंटक जैसे महत्वपूर्ण धार्मिक और पर्यटक स्थल की गरिमा तभी बनी रह सकती है जब यहां श्रद्धालुओं की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए। प्रशासन इन घटनाओं से सबक लेते हुए घाट की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करे, प्रशिक्षित गोताखोरों की तैनाती सुनिश्चित करे, चेतावनी बोर्ड लगाए। तैरना कूदना पूर्णत: निषेध हो और सीढिय़ों की मरम्मत एवं सफाई की व्यवस्था करे।