50 वर्ष से पुराना पुल
लखौरा निवासी 60 वर्षीय राम प्रसाद ने बताया कि जब रपटा बने 50 वर्ष से अधिक समय हो चुका है। इतने वर्षों के बाद आज भी पुल का उपयोग जारी है। बारिश के दिनों में किर्गी नाले पर तेज बहाव होने पर पुल डूब जाता है। सड़क के दोनों तरफ कई घंटे तक लोगों को पानी के कम होने का इंतजार करना पड़ता है।
पुल का निर्माण जरूरी
ग्राम पंचायत किर्गी के सरपंच अर्जुन सिंह ने बताया कि अमरकंटक मेंं लाखों की संख्या में लोग मां नर्मदा की पूजा और दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। अमरकंटक मार्ग में स्थित पुल की जगह है बड़े पुल का निर्माण जरूरी है। इसमें पानी निकासी की ज्यादा व्यवस्था नहीं है। पुल के ऊपर से पानी गुजरने लग जाता है।
पिछले वर्ष कई घंटे तक करना पड़ा इंतजार
ग्राम पंचायत बहपुर के राजकरण चंद्रवंशी ने बताया कि बीते वर्ष दो बार पुल ऊपर से पानी जाने के कारण उन्हें चार से पांच घंटे तक इंतजार करना पड़ा। दूसरा कोई रास्ता आने जाने के लिए नहीं है। इस वजह से ज्यादा दिक्कत होती है। यदि पुल के ऊपर से पानी बह रहा है तो इसके कम होने का इंतजार करना पड़ता है। यह बात सही है की बारिश के दिनों में इस पुल पर पानी का बहाव बढऩे पर आवागमन प्रभावित होता है। बारिश समाप्त होते ही इस पर कुछ किया जाएगा। अवधेश स्वर्णकार, महाप्रबंधक एमपीआरडीसी