मप्र शिक्षक संघ ने डीपीसी राहुल शर्मा को ज्ञापन दिया है जिसमें अक्षय तृतीया और परशुराम जयंती पर रखे गए प्रशिक्षण को अगले दिन करने की मांग की गई है। शिक्षक संघ ने ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान के सभी सरकारी कार्यक्रमों को निरस्त करने की भी मांग की है। इस बार 1 मई से 30 मई तक ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित किया गया है।
एक माह का अवकाश व उसी में प्रशिक्षण
ग्रीष्मकालीन अवकाश में समर कैंप के आयोजन से शिक्षक नाराज हैं। शिक्षक संघ का कहना है कि एक माह का शिक्षकों का अवकाश है, उसी अवधि में प्रशिक्षण भी चलना है व तेज धूप-गर्मी रहेगी। ऐसे में इसी दौरान समर केंप किया जा रहा है जिसे निरस्त किया जाए।
मप्र शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष शिवकुमार शर्मा का कहना है कि शिक्षकों का दो माह का ग्रीष्मकालीन अवकाश होता था, जिसे घटाकर एक माह तक सीमित कर दिया है। अवकाश के इन्हीं दिनों में विभाग संस्था प्रधानों का नेतृत्व क्षमता संवधन प्रशिक्षण होना है। इसी दौरान सीएम राइज, पीएमश्री, मॉडल, उत्कृष्ट विद्यालय व 500 से अधिक छात्र संख्या वाले विद्यालयों में समर केंप लगाने का भी आदेश है।
इन कार्यक्रमों के कारण शिक्षक अपने अवकाश का लाभ नहीं ले पाएंगे। वहीं तेज गर्मी के चलते छात्र-छात्राओं की संख्या भी कम रहेगी, इसलिए मई में होने वाले समर केंप को निरस्त कर जून में कराया जाए।
परशुराम जयंती अक्षय तृतीया पर भी प्रशिक्षण
इसके साथ ही संगठन ने अक्षय तृतीया पर भी प्रशिक्षण रखने का विरोध किया है। शिक्षक संघ का कहना है कि 30 अप्रेल को परशुराम जयंती और अक्षय तृतीया है, सभी समाजों के सामूहिक विवाह सम्मेलन, निजी विवाह कार्यक्रम व अन्य धार्मिक कार्यक्रम होते हैं, लेकिन विभाग इस दिन भी प्रशिक्षण करा रहा है। यह सनातनियों के लिए उचित नहीं है। संगठन ने 30 अप्रेल के प्रशिक्षण को स्थगित कर आगामी दिन कराने की मांग की है।