तीसरे भाव की राशि में गुरु गोचर से लोग नई चीजें सीखेंगे। गुरुओं की कद्र होगी और लोग अपने ज्ञान को दूसरों के साथ बाटेंगे। यह समय नए विचारों और यात्राओं का होगा। आप अंदर से कुछ खुला हुआ महसूस करेंगे।
मिथुन राशि में बृहस्पति का गोचर सामाजिक संपर्क और बौद्धिक गतिविधियों को बढ़ाता है लेकिन ध्यान केंद्रित रखना स्वयं पर यह भी बहुत आवश्यक है।
अगर आप अपना व्यक्तिगत विकास करना चाहते हैं, शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं। अपना कम्युनिकेशन अच्छा करना चाहते हैं ,अपना सोशल सर्कल बढ़ाना चाहते हैं, सामाजिक नेटवर्क उसके लिए विस्तार का समय है।
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गुरु गोचर पर करें ये उपाय
1.भविष्यवक्ता डॉ. अनीष व्यास के अनुसार इस समय हं हनुमते नमः, ऊँ नमः शिवाय, हं पवननंदनाय स्वाहा का जाप करें।
2. प्रतिदिन सुबह और शाम हनुमान जी के समक्ष सरसों के तेल का दीपक जलाएं। 3. लाल मसूर की दाल शाम 7:00 बजे के बाद हनुमान मंदिर में चढ़ाएं। 4. हनुमान जी को पान का भोग और दो बूंदी के लड्डू का भोग लगाएं।
5. ईश्वर की आराधना संपूर्ण दोषों को नष्ट एवं दूर करती है। 6. महामृत्युंजय मंत्र और दुर्गा सप्तशती पाठ करना चाहिए। 7. माता दुर्गा, भगवान शिव और हनुमानजी की आराधना करनी चाहिए।