इसके बाद पीड़ित ने इस मामले की सूचना सीबीआई के अधिकारियों को दी। सीबीआई के अधिकारियों ने इन आरोपियों को रंगे हाथ गिरफ्तार करने का सीक्रेट प्लान बनाया।
बता दें कि इस मामले में शिकायतकर्ता नंदलाल द्वारा आरोप लगाया गया कि उसका चयन रसूलपुर नंदलाल शाखा भारतीय डाक आजमगढ़ में शाखा पोस्ट मास्टर ग्रामीण डाक सेवा के पद पर चयन हुआ। आरोपियों ने शिकायतकर्ता को पद पर कार्यभार ग्रहण करने की अनुमति देने के लिए रिश्वत की मांग की।
बातचीत के दौरान आरोपियों ने रिश्वत की रकम घटाकर 25000 से 10000 पर राजी हो गये। इसके बाद सीबीआई ने इन सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने का सीक्रेट प्लान तैयार किया गया और इसी के तहत तीनों आरोपी जिसमें सब डिविजनल इंस्पेक्टर रमेश कुमार, ओवरसीयर हेड ब्रिकेश पांडेय इसके साथ ही पोस्टल असिस्टेंट हेड ऑफिस अच्छेलाल को गिरफ्तार किया गया है। तीनों आरोपियों को लखनऊ के विशेष न्यायाधीश भ्रष्टाचार निरोधक सीबीआई कोर्ट नंबर 2 की अदालत में पेश किया जाएगा।