सूत्रों के अनुसार, अंबेडकर नगर जिले की एसओजी टीम ने शुक्रवार को एक स्विफ्ट कार को गांजा तस्करी के संदेह में रोका। तलाशी के दौरान पुलिस को वाहन से 80 किलो गांजा बरामद हुआ। मौके पर पुलिस ने अरहरिया गांव निवासी रामप्रवेश और गौरी गांव निवासी रणविजय राजभर को हिरासत में लिया। सख्ती से पूछताछ करने पर दोनों ने कबूल किया कि वे यह गांजा शिक्षक अशोक यादव के पास पहुंचाने जा रहे थे, जिसे सावन में शिव भक्तों के बीच खपाने की योजना थी।
अम्बेडकर नगर जिले से हुई गिरफ्तारी
पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए अशोक यादव को अंबेडकर नगर के सिकंदरपुर से गिरफ्तार कर लिया। उनके खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए जेल भेज दिया गया है। जैसे ही यह खबर अहरौला क्षेत्र में फैली, शिक्षकों और स्थानीय लोगों में सनसनी फैल गई। जानकारी के अनुसार अशोक यादव और उनकी पत्नी दोनों सरकारी शिक्षक हैं, जिससे यह मामला और अधिक संवेदनशील बन गया है।
इस मामले पर खंड शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि अशोक यादव अहरौला कंपोजिट स्कूल में प्रभारी प्रधानाध्यापक हैं। अंबेडकर नगर में दर्ज एफआईआर की प्रति प्राप्त हो चुकी है। शिक्षक के विरुद्ध आख्या बीएसए को भेज दी गई है और विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है।
पुलिस इस पूरे नेटवर्क की गहन जांच में जुटी है और संभावना जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में और भी खुलासे हो सकते हैं।