अस्पताल में रात में के समय में एक भी चिकित्सक मौजूद नहीं रहता। ऐसे में रात के समय प्राथमिक उपचार की भी सुविधा नहीं मिल पाती। रात में चौकीदार एवं गार्ड की सुविधा भी नहीं है। यह सीएचसी मेगा हाईवे पर है लेकिन हादसा होने पर रोगियों को जयपुर रैफर किया जाता है। एंबुलेंस है लेकिन ड्राइवर के अभाव में वह नाकारा हो गई है।
जानकारी के मुताबिक पिछली सरकार ने सीएचसी का दर्जा दे दिया लेकिन सुविधाओं का विस्तार करना भूल गए। स्टाफ की कमी एवं स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी व लापरवाही का खमियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। सीएचसी प्रभारी डॉ. अशोक जांगिड़ ने बताया कि अस्पताल में 30 बेड की सुविधा है लेकिन तीन चिकित्सकों व एक नर्सिंग स्टाफ का पद रिक्त है। स्त्री रोग विशेषज्ञ व एमडी चिकित्सक मिले तो लोगों को राहत मिलेगी।