असली लाख से बनी चूड़ियों की बाजार कीमत 150 रुपए से 2 हजार रुपए तक है। जहां सादा चूड़ियां 150 रुपए में बिकती है। वहीं दुल्हन की चूड़ियां व रंगबिरंगे नगीनों व स्टोन लगी चूड़ियां 2 हजार रुपए तक बिकती है। प्लास्टिक व चीनी मार्केट की चूड़ियां 50 से 500 रुपए तक आसानी से मिल जाती है। जिससे असली लाख से बनी चूड़ियों की मांग कम होती जा रही है।
कारीगर वाजिद मणियार व मोहन लखेरा ने बताया कि लाख से चूड़ियां बनाने में काफी मेहनत लगती है।साथ ही बाजार में लाख भी काफी महंगी हो गई है। परिवार के चार कारीगर मिलकर दिनभर में 15 से 20 सेट लाख की चूड़ियों के बना पाते है। एक सेट में 8 चूड़ियां होती है। मगर बाजार में लाख की चूड़ियों की मांग कम होने से रोजाना 8-10 चूड़ियों के सेट ही बनाते
सामोद में बनी लाख की चूड़ियों की पहचान आसपास ही नहीं बल्कि दूसरे बड़े शहरों के साथ विदेशों में भी है। कारीगर निजाम मणियार व एहसान मणियार ने बताया कि सामोद में बनी असली लाख की चूड़ियां देश विदेश तक बिकने जाती है। सामोद की लाख की चूड़ियां विदेशी सैलानियों को भी आकर्षित करती है। सामोद एक हेरिटेज विलेज होने से यहां विदेशी सैलानियों का आना जाना रहता है। विदेशी सैलानी भी महंगी से महंगी लाख की चूड़ियां खरीदने से नहीं चूकते।