घर छोडकऱ चले गई थी महिला
पुलिस की शुरूआती जांच में सामने आया कि प्रेम प्रसंग के कारण अक्सर प्रीति का अपने पति और ससुराल पक्ष के लोगों के साथ कहासुनी हुआ करती थी। प्रीति घर छोडकऱ भी चले गई थी। गांव के बड़े बुजुर्गो ने बैठक कर प्रीति के समझा बुझा कर पति के साथ रहने राजी करवा लिया था। प्रीति मान भी गई थी। लेकिन अचानक फिर 11 जुलाई को वह परहा लगाने नाम पर घर से निकली और वापस नहीं लौटी। शुक्रवार को सुकेश के साथ वह बेहोशी की अवस्था झोपड़ी में मिली। इस दौरान उसकी मौत हो गई।
कीटनाशक सेवन बना पहेली
ग्रामीणों और पुलिस के बीच यह चर्चा व जांच का विषय बना हुआ है कि आखिर सुकेश और प्रीति ने कीटनाशक का सेवन क्यो किया। जब दोनों में प्रेम प्रसंग था, दोनों साथ भी रह रहे थे तो आखिर क्या वजह रही कि दोनों कीटनाशक का सेवन कर बच्चे को भी जहर खिला दिया। पुलिस परिजनों के बयान के साथ ही हर पहलु पर जांच कर रहे हैं। टीआई भूपेन्द्र पंद्रो के अनुसार पुलिस जब मौके पर पहुंची थी तो प्रीति जीवित अवस्था में थी। बदहवास अवस्था में उसने बताया था कि उसे सुकेश ने कीटनाशक खिलाया है। हालाकि ऐसा क्यो किया गया यह स्पष्ट नहीं हो पाया है।
शव लेने पहुंचे परिजन
पुलिस पंचनामा, मर्ग कार्रवाई और पोस्ट मार्टम के बाद परिजनों बैहर के सरकारी अस्पताल शव लेने पहुंचे थे। प्रीति का शव लेने उसकी मॉ और पति पहुंचा था। इसी तरह सुकेश का शव लेने उसकी मॉ और पत्नी पहुंची थी। सभ्ज्ञी का रो रोकर बुरा हाल था। बच्चों के भविष्य को लेकर परिजन चिंता व्यक्त करते नजर आए।