बताया जा रहा है कि यह भंडार स्वतंत्रता सेनानी चित्तू पांडे की जमीन के नीचे मिला है। ONGC ने गंगा बेसिन में तीन महीने के सर्वे के बाद जमीन के 3000 मीटर नीचे तक खुदाई की जा रही है।
खेत उगलेगा सोना युद्ध स्तर पर खुदाई
ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन ने यहां 6.5 एकड़ जमीन को 3 साल के लिए पट्टे पर लिया है। खुदाई का काम फिलहाल युद्ध स्तर पर जारी है और उम्मीद की जा रही है कि अप्रैल के अंत तक तेल की सतह तक बोरिंग का काम पूरा हो जाएगा। इस काम के लिए गांव के कुछ पाटीदारों की और खुद चित्तू पांडे के परिवार की जमीन ली गई है। भारत की तेल आयात पर निर्भरता होगी कम
भारत वर्तमान में अपनी 80% कच्चे तेल की जरूरत आयात करके पूरी करता है। देश दुनिया में तीसरे नंबर पर तेल खपत करता है। अगर बलिया के साथ-साथ गंगा बेसिन के अन्य चिन्हित इलाकों में भी तेल का भंडार मिला, तो यह भारत की तेल आयात पर निर्भरता को काफी हद तक कम कर सकता है। खुदाई के बाद यह भंडार वाणिज्यिक रूप से उपयोगी साबित होता है, तो यह न केवल स्थानीय स्तर पर विकास लाएगा, बल्कि देश की आर्थिक प्रगति में भी अहम भूमिका निभा सकता है।