मंत्री मामले को गंभीरता से लें
उन्होंने कहा कि चिकित्सकों की भर्ती नहीं कर सकते हैं तो जिले में अस्पताल को ही बंद कर दें। चिकित्साकों की कमी के कारण मरीजों का जैसा इलाज होना चाहिए, वैसा हो नहीं रहा है। इस मामले को गंभीरता से लें और चिकित्सकों की भर्ती करें।
बालोद में विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी दूर करने का प्रयास
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने विधायक के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि बालोद जिले के अस्पतालों में चिकित्सक हैं। विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी है। उसे दूर करने का प्रयास किया जा रहा है। जल्द ही विशेषज्ञों की भर्ती की जाएगी।
स्त्रीरोग विशेषज्ञ सहित अन्य विशेषज्ञ की कमी
विधायक ने कहा कि जिला अस्पताल में स्त्रीरोग विशेषज्ञ, मनोरोग, नाक-कान गला रोग, रेडियोलॉजिस्ट, गायनोकोलॉजिस्ट व निश्चेतना रोग विशेषज्ञ कमी है। जिला अस्पताल में प्रसव में बहुत परेशानी हो रही है। छोटे केस भी रेफर हो रहे हंै। सभी रिक्त पदों पर भर्ती होती तो इलाज बेहतर होता। जिला व मातृ शिशु अस्पताल में यह स्थिति
जिला व मातृ शिशु अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों के कुल 52 पद स्वीकृत हैं, लेकिन वर्तमान में 25 डॉक्टर ही कार्यरत हैं। 27 डॉक्टर के पद अभी भी रिक्त है। अस्पताल में निश्चेतना रोग विशेषज्ञ नहीं है। जिला अस्पताल में नसबंदी को छोड़ अन्य ऑपरेशन नहीं हो रहे हैं, जो गंभीर बात है। चिकित्सकों की कमी से अस्पताल रेफर सेंटर बनकर रह गया है। हर छोटे केस रेफर हो रहे हैं।
मातृ शिशु अस्पताल के यह है स्थिति
मातृ शिशु अस्पताल में निश्चेतना रोग, स्त्री रोग, शिशु रोग, स्त्री रोग पीजीएमओ, चिकित्सा अधिकारी के पद रिक्त हैं।
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इन डॉक्टरों के पद है रिक्त
जिला अस्पताल बालोद में स्त्री रोग विशेषज्ञ के एक पद, नेत्र रोग, निश्चेतना रोग, मनोरोग, पैथोलॉजिस्ट, नाक, कान, गला रोग एवं पैथालॉजिस्ट रोग के पद रिक्त हैं। जिला अस्पताल में कुल 35 पद स्वीकृत हैं, जिसमें से 21 पद भरे हैं। 14 पद रिक्त हैं।
स्टाफ नर्स के 64 पद स्वीकृत, 26 रिक्त
जिला अस्पताल के मुताबिक जिला अस्पताल व मातृ शिशु अस्पताल में स्टाफ नर्स के कुल 64 पद स्वीकृत हैं, जिसमें से 38 पद ही भरे हैं। कुल 26 पद रिक्त हैं।
बालोद जिले को जल्द मिलेगी नई एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टमयुक्त एंबुलेंस
विधायक संगीता सिन्हा ने बालोद जिले के लिए एम्बुलेंस मांगा, जिस पर मंत्री ने विधानसभा में घोषणा की। शुक्रवार को विधानसभा में विधायक के तारांकित प्रश्न का उत्तर देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने बालोद जिले के लिए अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से युक्त संजीवनी 108 वाहन देने की घोषण की।
बालोद का सिस्टम धमतरी हस्तांतरित कर दिया गया था
बालोद जिले के एकमात्र एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टमयुक्त 108 वाहन को स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश पर पिछले वर्ष धमतरी जिले को हस्तांतरित कर दिया गया था, जिसे वापस करने विधायक ने मंत्री को उसी समय पत्र लिखा था। समय-समय पर उन्हें स्मरण दिलाते रहीं।
कई मरीजों को मिला था जीवनदान
एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टमयुक्त संजीवनी 108 से गंभीर स्थिति वाले मरीजों को समुचित चिकित्सा उपचार एवं देखभाल के साथ उच्च चिकित्सा उपचार के लिए रायपुर, दुर्ग एवं राजनांदगांव के चिकित्सालयो तक पहुंचाया जाता था। जरूरतमंद कई मरीजों को समय पर आपालकालीन एवं त्वरित चिकित्सा उपचार उपलब्ध होने से उन्हें जीवनदान मिला था।
रेफर वाले मरीज सुविधाओं से हो गए वंचित
वाहन को धमतरी भेज देने हृदयाघात, भीषण सड़क दुर्घटना एवं अन्य गंभीर स्थिति वाले मरीज रेफर करने पर अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से युक्त 108 वाहन के लाभ से वंचित हो गए थे। लोगों के स्वास्थ्य हित को दृष्टिगत रखते हुए विधायक ने शुक्रवार को सदन में प्रश्नोत्तर के दौरान पुन: स्मरण कराकर एंबुलेंस की मांग की, जिस पर स्वास्थ्य मंत्री ने शीघ्र एक नई एम्बुलेंस देने की घोषणा की।