Chit Fund Scams: डायरेक्टर फरार हो गए…
मिली जानकारी के मुताबिक, 11 मार्च 2018 को केसला गांव के उदय सिंह मरावी ने करहीबाजार चौकी में शिकायत दर्ज कराई थी। उसने बताया गया कि 2010 से कंपनी ने लुभावनी योजनाएं दिखाकर
निवेशकों से बड़ी रकम वसूली। इस कंपनी में कुल 311 निवेशकों ने 2.13 करोड़ जमा किए थे। जांच में पाया गया कि पैसे लेने के बाद कंपनी बंद हो गई। डायरेक्टर फरार हो गए। इस पर पुलिस ने आईपीसी की धारा 420, 34, चिट्स एंड मनी सर्कुलेशन स्कीम एक्ट 3/4, और निवेशक संरक्षण अधिनियम 2005 की धारा 10 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
सभी के खिलाफ चालान पेश किया जा चुका…
Chit Fund Scams: मामले में पहले ही
कंपनी के 8 डायरेक्टरों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें सचिन डामोर, गुरविंदर सिंह संधु उर्फ जीएस संधु, विपिन सिंह यादव, विनय कुमार भारती, विकास भारती, अनिल कुमार शर्मा, बलजीत संधु और संदीप सोंध शामिल हैं। सभी के खिलाफ चालान पेश किया जा चुका है।
अब 6 साल से फरार चल रहे मध्यप्रदेश के सिहोर में रहने वाले विक्रम सिंह सोनालिया को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा है। कार्रवाई को एसपी भावना गुप्ता के निर्देश पर अंजाम दिया गया। इसमें चौकी प्रभारी राजेंद्र पाटिल, एएसआई सत्यप्रकाश मरावी, कॉन्स्टेबल यशवंत यादव, टिकेश्वर गायकवाड़ और खुमान सिंह साहू की भूमिका रही।