13 फरवरी की रात पहाड़ी कोरवा बालक आश्रम के कमरे में एक अधीक्षक व शिक्षिका (Shameful) के होने की जानकारी जब ग्रामीणों को मिली तो उन्होंने आश्रम को चारों तरफ से घेर लिया। इसके बाद मामले की सूचना प्रशासन को दी। सूचना मिलने के बाद शंकरगढ़ एसडीएम आनंद राम नेताम और पुलिस टीम मौके पर पहुंची।
जब अधिकारियों ने जांच की तो पाया गया कि छात्रावास अधीक्षक महिला शिक्षिका के साथ एक कमरे में मौजूद था। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि छात्रावास अधीक्षक लंबे समय से महिला शिक्षिका को आश्रम में बुलाता (Shameful) था और पूरी रात उसके साथ बिताता था।
Shameful: शादी करने का किया दावा
जब एसडीएम ने छात्रावास अधीक्षक से पूछताछ की तो उसने दावा किया कि शिक्षिका से कोर्ट मैरिज किया है। लेकिन जब इस मामले की विवेचना की गई तो पता चला कि अधीक्षक पहले से शादीशुदा (Shameful) है और उसके 2 बच्चे भी हैं। वहीं शिक्षिका अविवाहित निकली।
शिक्षिका निलंबित, अधीक्षक को हटाया
जांच के दौरान मिले साक्ष्य के आधार पर बिना सूचना बालक छात्रावास में शिक्षिका का रहना तथा अधीक्षक द्वारा मामले की झूठी जानकारी देने की बात (Shameful) को अधिकारियों ने गंभीर व अनुशासनहीनता माना। इसकी रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को भेजी गई। इस मामले में कलेक्टर ने शिक्षिका को जहां निलंबित कर लिया है, वहीं छात्रावास अधीक्षक को हटा दिया है।