राजपुर-कुसमी रोड स्थित ग्राम सेवारी के खुटनपारा निवासी 7 वर्षीय अजीत कुमार पिता मोहर साय पहाड़ी कोरवा ग्राम पंचायत लाऊ स्थित पहाड़ी कोरवा आश्रम में रह कर कक्षा पहली में पढ़ाई (Student died) करता था।
बताया जा रहा है कि 29 जनवरी को अजीत की तबियत (Student died) बिगड़ गई थी, वह उल्टी-दस्त से ग्रसित था। इस पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से कर्मचारियों ने आश्रम पहुंचकर अजीत को दवाएं दी थी। लेकिन उसके स्वास्थ्य में कोई खास सुधार नहीं हुआ।
उसकी तबियत बिगड़ते जा रही थी, इस पर आश्रम प्रबंधन द्वारा अस्पताल ले जाकर बेहतर इलाज कराने की बजाय ३ फरवरी को उसके परिजन को फोन पर तबियत खराब होने सूचना दी गई।
गोद में लेकर 5 किमी पैदल चली बहन
अजीत का पिता घर में मौजूद नहीं था तो 15 वर्षीय बहन आश्रम पहुंची और अजीत को अपने गोद में लेकर 5 किमी पैदल घर लाई। तब तक छात्र की हालत (Student died) और खराब हो गई थी। फिर शाम करीब 6.30 बजे परिजन किसी तरह रुपए की व्यवस्था कर किराए के वाहन से अजीत को राजपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाए।
यहां से इलाज के बाद उसकी सेहत में सुधार नहीं होने के बाद उसे अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया गया। लेकिन अंबिकापुर ले जाने के दौरान रास्ते में ही उसने दम (Student died) तोड़ दिया।
Student died: एसडीएम बोले-होगी कार्रवाई
बालक की मौत से परिजन सदमे में हैं। उन्होंने आश्रम अधीक्षक वीरसाय टोप्पो पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि जब बच्चे की तबियत (Student died) बिगड़ी थी तो उसे तत्काल अस्पताल ले जाकर भर्ती कराते हुए बेहतर इलाज कराना था, लेकिन घर भेज दिया गया।
परिजन का कहना है कि आश्रम प्रबंधन की ही लापरवाही से बच्चे की जान गई है। इधर इस मामले में एसडीएम राजीव जेम्स कुजूर का कहना है कि मामले की जांच कराकर अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।