समय की पाबंदी और अनुशासन जरूरी मुख्य अतिथि निर्मल सुराणा ने कहा कि समाज सेवा आत्मसंतुष्टि प्रदान करता है। सधार्मिक भक्ति, साधु संतों की सेवा से सामाजिक उत्थान होता है। समय की पाबंदी और जीवन में अनुशासन के माध्यम से हम बच्चों में संस्कार निर्माण कर सकते हैं।जीतो बेंगलूरु साउथ चैप्टर के अध्यक्ष रंजीत सोलंकी ने कहा कि उड़ान कार्यक्रम जीतो के तीनों स्तंभ सेवा, आर्थिक सदृढ़ता और शिक्षा के सिद्धांतों पर खड़ा है। इस साल उड़ान अपने छठे वर्ष में उड़ान भर रहा है, जहां हर वर्ग की महिलाओं को अपने व्यापारिक कौशल के लिए एक मंच प्रदान किया गया है। जहां वह अपने व्यापार कौशल को निखार कर ऊंचाईयों के शिखर तक पहुंच सकती है। केकेजी जोन लेडीज विंग कन्वेनर पिंकी जैन ने कहा कि ११ साल से उड़ान प्रदर्शनी का आयोजन महिला विंग कर रही है।
महिला सशक्तिकरण के लिए उपलब्धि जीतो लेडीज विंग कन्वेनर प्रवीण सोफाडिया ने कहा कि उड़ान महिला सशक्तिकरण के लिए एक उपलब्धि है। किसी भी व्यवसाय को सफल बनाने के लिए शोध एवं विकास जरूरी है। अपने ब्रांड को प्रोडक्ट बनाना ही सफल बिजनेस बनाता है। जीतो जॉब्स से भारती छाजेड़ ने कहा कि यह रोजगार के अवसर देकर महिलाओं को आर्थिक रूप से निर्भर बनाता है। जे-प्वाइंट से अंजलि ने बताया कि जैन समाज के व्यक्ति इसमें रजिस्टर करवा सकते हैं।इस अवसर पर जीतो वाइस चेयरमैन महेंद्र जियानी व महेंद्र रांका, मुख्य सचिव नितिन लूनिया, सह कोषाध्यक्ष महावीर दांतेवाडिया, इंदरचंद जैन, जीतो महिला विंग की पूर्व अध्यक्ष ललिता गुलेछा, निशा सामर, प्रमिला भंडारी, अनीता पिरगल, पिंकी जैन, जीतो महिला विंग नॉर्थ की चेयरपर्सन लक्ष्मी बाफना , सचिव रक्षा छाजेड़, उपाध्यक्ष सुमन वेद मुथा व सुमन सिंघवी, जीतो युवा विंग के चेयरमैन मेहुल जैन आदि मौजूद रहे। प्रायोजक प्रवीण सोफाडि़या व नितिन सोनीगरा का अभिनंदन किया गया। दोनों का परिचय उड़ान संयोजक अंजलि जैन और सह-संयोजक नीतू गुलेछा ने दिया।मुख्य सचिव निधि पारलेचा ने मंच संचालन किया। कोषाध्यक्ष संगीता पारख, संयुक्त सचिव चंद्रा जैन और साक्षी जैन, प्रबंधन समिति के सदस्य अस्मिता चौहान, हेमा सोलंकी, रेखा जैन, रेखा किशोर, कविता मुथा, निशा जैन, संगीता सियाल, प्रिया गांधी, तरुणा मेहता, सोमना सिसोदिया आदि का सहयोग रहा। सहसचिव साक्षी जैन ने धन्यवाद ज्ञापित किया।