खमेरा थानाधिकारी रमेश चंद्र सेन ने बताया कि 14 फरवरी को मुड़ासेल के सिंगपुरा गांव में मनीष पिता वागजी का शव उनके घर में फंदे से लटका मिला था। मनीष के पिता ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए आरोप लगाया कि उनका बेटा गांव की एक लड़की से प्रेम करता था और लड़की के परिवार ने ही उसकी हत्या की है। पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी थी।
प्रतिशोध में हिंसा, आगजनी और लूटपाट
मामले के चार दिन बाद 18 फरवरी की शाम करीब 5 बजे, मनीष के परिवार और समर्थकों ने प्रतिशोध स्वरूप लड़की के परिवार पर हमला कर दिया। करीब 30-40 हमलावरों ने घरों में घुसकर तोड़फोड़ की और एक मकान में आग लगा दी। तीन अन्य घरों में लूटपाट की गई, जहां तिजोरी से चांदी के जेवर और नकदी लूट ली गई।
घायल और दहशत में गांववाले
हमले में संजय, अरविंद, कालू और जीवी नामक चार लोग घायल हो गए। जान बचाने के लिए परिवार के लोग खेतों की ओर भागे, कई लोग चूल्हे पर रोटियां छोड़कर घर से निकलने को मजबूर हो गए। गांव में अभी भी दहशत का माहौल बना हुआ है।
पुलिस ने 21 लोगों को किया डिटेन
घटना की सूचना मिलते ही खमेरा थानाधिकारी रमेश चंद्र सेन पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। हालात की गंभीरता को देखते हुए 21 लोगों को डिटेन किया गया। पुलिस ने इलाके में गश्त बढ़ा दी है और मामले की जांच जारी है।