स्टॉकहोम अवॉर्ड और जमना लाल बजाज पुरस्कार से सम्मानित वाटरमैन डॉ राजेंद्र ङ्क्षसह और चम्बल नदी की 2000 किमी की पैदल परिक्रमा करने वाले रॉबिन ङ्क्षसह विभिन्न संस्थाओं द्वारा शाहबाद जंगल बचाओ आंदोलन के समर्थन में रविवार शाम को आयोजित कार्यशाला में मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि के तौर पर सहभागिता करेंगे।
गायत्री प्रज्ञा पीठ गायत्री मंदिर के सेमिनार हॉल में आयोजित इस कार्यशाला की अध्यक्षता समाजसेवी, उद्योगपति और इंटेक एडवाइजरी कमेटी बारां के चेयरमैन करेंगे। वहीं बारां जिले के पर्यावरणविद और सामाजिक कार्यकर्ता प्रशान्त पाटनी कार्यशाला के विशिष्ट अतिथि होंगे।
इंटेक बारां चैप्टर, दिया फाउंडेशन, वृक्ष मित्र फाउंडेशन और शाहबाद घाटी संरक्षण संघर्ष समिति बारां द्वारा चलाए जा रहे इस आंदोलन के समर्थन में आयोजित इस कार्यशाला में चम्बल संसद के समन्वयक बृजेश विजयवर्गीय एवं पीपुल्स फॉर एनिमल्स के बूंदी संयोजक वि_ल सनाढ्य सम्मानित अतिथि रहेंगे। समिति सदस्य शशांक नंदवाना और लोकेश कुमार सेन ने बताया कि कार्यशाला का उद्देश्य शाहबाद संरक्षित वन क्षेत्र के 4 से 5 लाख पेड़ों को बचाना है। योगेश कुमार गुप्ता और पराग वारा ने बताया कि आज सांय 6.30 बजे आयोजित इस कार्यशाला का संयोजन इंटेक बारां चैप्टर संयोजक जितेंद्र कुमार शर्मा और दिया फाउंडेशन संयोजक डॉ मुकेश कुमार मीणा द्वारा किया जाएगा।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर के पर्यावरण संरक्षण विदों के बारां जिले में पहुंचने पर समिति सदस्यों की ओर से राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्वागत किया जाएगा। बारां पहुंचने पर समिति के अध्यक्ष रूपेश सेठी, श्रीराधा गोविन्द स्मृति सेवा संस्थान के मुकेश सोनी, वृक्ष मित्र फाउंडेशन के भानु गुप्ता, इंटेक के एडीशनल को-कन्वीनर जगदीश शर्मा, दिया फाउंडेशन के चन्द्र प्रकाश सांखला के नेतृत्व में प्रताप चौक पर स्वागत किया जाएगा।