खाना बना रही थी मां, झोपड़ी में सो रही थी बच्ची
बहेड़ी के गांव उतरसिया महोलिया निवासी दिलशाद अपने परिवार के साथ गांव के बाहरी हिस्से में झोपड़ीनुमा मकान में रहते हैं। बुधवार दोपहर लगभग एक बजे उनकी पत्नी खाना पका रही थी, जबकि अलिस्मा झोपड़ी के अंदर सो रही थी। इसी दौरान झोपड़ी में आग लग गई। दिलशाद की पत्नी किसी तरह बाहर निकल आई, लेकिन अलिस्मा को बचाया नहीं जा सका। आग इतनी तेजी से फैली कि दूसरी झोपड़ी और पास के खेतों को भी अपनी चपेट में ले लिया। घटना के बाद गांव में अफरातफरी मच गई।
एसडीएम और प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंचे
घटना की जानकारी मिलते ही बहेड़ी की एसडीएम रत्निका श्रीवास्तव, तहसीलदार भानु प्रताप और राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंची। उन्होंने घटनास्थल का जायजा लिया और ग्रामीणों से जानकारी ली। एसडीएम रत्निका श्रीवास्तव ने बताया कि छप्पर की दो झोपड़ियों में आग से एक मासूम बच्ची की मौत हो गई है। नुकसान का आकलन किया जा रहा है। पीड़ित परिवार को हरसंभव सहायता दी जाएगी।
पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेजा शव
ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस और दमकल विभाग को सूचना दी और खुद भी आग बुझाने में जुट गए। थोड़ी देर में दमकल की गाड़ी मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। पुलिस ने बच्ची के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए बरेली भेज दिया है। आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। गांव में मातम पसरा है और परिवार गहरे सदमे में है।