उन्होंने कहा कि जैसे मोहर्रम के जुलूस में हिंदू भाइयों ने पुष्पवर्षा कर मिसाल पेश की थी, ठीक वैसे ही अब मुस्लिम समाज को भी पहल करते हुए प्रेम और भाईचारे का संदेश देना चाहिए। मौलाना रजवी ने कहा कि कांवड़ यात्रा लंबा और कठिन सफर होता है, ऐसे में हर समाज का यह कर्तव्य बनता है कि इन श्रद्धालुओं की सेवा कर मानवता का धर्म निभाएं।
जोगी नवादा में पुलिस प्रशासन ने कराया ऐतिहासिक समझौता
32 साल पुराने जोगी नवादा मार्ग विवाद पर बात करते हुए मौलाना ने कहा कि यह विवाद अब खत्म हो चुका है। पुलिस और प्रशासन ने दोनों समुदायों से संवाद कर ऐतिहासिक समझौता कराया है। इसके लिए उन्होंने जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों को मुबारकबाद दी।
मौलाना शहाबुद्दीन ने जमकर की प्रशासन की तारीफ
उन्होंने कहा कि बकरीद और मोहर्रम जैसे मुस्लिम त्योहार शांति और सौहार्द के साथ सम्पन्न हुए, जिसमें प्रशासन की व्यवस्थाएं सराहनीय रहीं। उम्मीद है कि सावन और कांवड़ यात्रा के दौरान भी यही सहयोग और व्यवस्था बनी रहेगी। मौलाना शहाबुद्दीन ने अंत में दोहराया कि कांवड़ियों पर फूल बरसाएं, पानी पिलाएं और आपसी भाईचारे की मिसाल कायम करें, यही इस देश की गंगा-जमुनी तहज़ीब है।