यूरोप कल्चर को हिंदुस्तान में फैलने से रोका जाए
वेलेंटाइन डे के दिन नौजवान लड़के-लड़कियां अनजान, गैर रिश्तेदार, अजनबी के साथ बैठकर पार्कों और होटलों में अश्लीलता फैलाते हैं। समाज को खराब करने वाली और अपनी नजरों को झकझोर करने वाली हरकतें करते हैं। शरीयत इसकी इजाजत नहीं देता है। मौलाना शहाबुद्दीन ने कहा कि हमारा भारतीय कल्चर हमारे हिंदुस्तानी तहज़ीब भी इस बात की इजाजत नहीं देती है। ये दरअसल यूरोपियन कल्चर है और यूरोप के कल्चर को हिंदुस्तान में फैलाया जा रहा है और इसको बढ़ाया जा रहा है। ये तमाम चीजें नौजवान लड़के और लड़कियां अपनाती है ये नाकाबिले बर्दाश्त है।
वेलेंटाइन डे सप्ताह में बच्चों पर ध्यान रखें मां-बाप
मां-बाप को चाहिए की अपने बच्चों पर ध्यान दें और इस बात का खास तौर पर ध्यान रखें कि उनके बच्चे कहा जा रहे हैं और क्या कर रहे हैं। किस तरह के लोगों से मिलते मिलाते हैं। मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा कि वेलेंटाइन डे अगर मनाना है तो अपने परिवार और रिश्तेदारों के साथ मनाए। अपने परिवार से मोहब्बत करे। जिस मां ने जन्म दिया, जिस पिता ने आपको अंगुली पकड़कर चलना सिखाया, जिस बहन ने आपके हाथ पर राखी बांधी, जिस भाई के साथ आप खेले कूदे, जिसके साथ आपने शादी की जिंदगी भर साथ देने का वायदा किया आप उसके साथ वेलेंटाइन डे मनाए। उन सभी से मोहब्बत करे तो उन्हें अच्छा लगेगा।