इन कॉलोनाइजरों पर हुई कार्रवाई
बीडीए उपाध्यक्ष डॉ. ए. मणिकंडन ने जानकारी दी कि जांच में पता चला कि: गांव इटौआ सुखदेवपुर मंदिर के पास सुरेंद्र सिंह और राजवीर सिंह ने करीब 5 बीघा जमीन पर अवैध प्लॉटिंग कर रखी थी। इसी इलाके में ब्रहम सिंह, सुशीला प्रधान और आशीष सक्सेना द्वारा भी 5 बीघा क्षेत्र में कॉलोनी बसाई जा रही थी।
गांव करेली के पीछे रेलवे क्रॉसिंग के पास
मोहम्मद अकरम और मुन्नालाल ने 10 बीघा क्षेत्रफल में अवैध रूप से सड़कें और भूखंड बनवाना शुरू कर दिया था। इन कॉलोनियों में किसी भी प्रकार की बीडीए से स्वीकृति नहीं ली गई थी, न ही विकास शुल्क जमा किया गया था।
बुलडोजर पहुंचते ही कॉलोनाइजर फरार
जैसे ही बीडीए की टीम भारी सुरक्षा बल और बुलडोजर के साथ अवैध कॉलोनियों को ध्वस्त करने पहुंची, वहां मौजूद कॉलोनाइजर और उनके सहयोगी मौके से भाग निकले। टीम ने बाउंड्री वॉल, साइट ऑफिस और भूखंडों को तोड़कर निर्माण कार्य पूरी तरह ध्वस्त कर दिया।
कार्रवाई में शामिल रहे अधिकारी
ध्वस्तीकरण अभियान का नेतृत्व कर रहे संयुक्त सचिव दीपक कुमार के साथ टीम में शामिल रहे: एई रमन कुमार जेई अजीत साहनी सीताराम, बौद्धमणि गौतम प्रवर्तन दल के अन्य सदस्य