दिल्ली पब्लिक स्कूल बरेली की छात्रा स्तुति वर्मा और छात्र यशस्वी कुमार ने 99.6 प्रतिशत अंक प्राप्त कर जिले में सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया। इन दोनों मेधावियों ने सभी विषयों में लगभग पूर्णांक अर्जित करते हुए यह सिद्ध कर दिया कि दृढ़ इच्छाशक्ति, अनुशासन और सतत परिश्रम से हर लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। इनकी सफलता पर विद्यालय परिवार, शिक्षकों, अभिभावकों और सहपाठियों ने हर्ष व्यक्त करते हुए शुभकामनाएं दीं।
होनहारों ने फिर रचा इतिहास
जीआरएम स्कूल (डोहरा रोड शाखा) के छात्र केशव भाटिया ने 99.4 प्रतिशत अंक प्राप्त कर जिले में दूसरा स्थान प्राप्त किया। केशव ने विज्ञान संकाय से परीक्षा दी थी और उसने अपनी सफलता का श्रेय अपने शिक्षकों के मार्गदर्शन और माता-पिता के सतत समर्थन को दिया। वहीं माधवराव सिंधिया स्कूल की छात्रा पावनी ने 97.6 प्रतिशत अंकों के साथ उत्कृष्ट प्रदर्शन कर अपने विद्यालय का मान बढ़ाया। बरेली में सीबीएसई से संबद्ध कुल 85 विद्यालय संचालित हो रहे हैं। इस वर्ष कक्षा 12वीं की परीक्षा में कुल 6606 परीक्षार्थियों ने पंजीकरण कराया था जबकि कक्षा 10वीं के लिए यह संख्या 8612 रही। परीक्षा आयोजन हेतु जिले में कुल 22 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। परीक्षाएं शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई थीं।
स्कूलों में मनाया गया जश्न
मंगलवार को जैसे ही परिणाम जारी होने की सूचना विद्यार्थियों को मिली, सभी ने अपने मोबाइल और कंप्यूटर पर ऑनलाइन वेबसाइट खोलकर अपने-अपने अंक जानने शुरू कर दिए। जब छात्रों को उनकी मेहनत के अनुसार परिणाम प्राप्त हुआ तो उनके चेहरे पर प्रसन्नता और गर्व झलक उठा। विद्यालयों में छात्रों को मिठाइयां खिलाकर और तालियों की गूंज के साथ सम्मानित किया गया। कई स्कूलों में तो छात्र-छात्राओं को फूलों की माला पहनाकर स्वागत भी किया गया।
10वीं में यशिका ने प्राप्त किए 99% अंक
बहेड़ी के मंडनपुर स्थित मिशन एकेडमी स्कूल की छात्रा यशिका गंगवार ने 10वीं की परीक्षा में 99 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। उनका जिले में पहला स्थान बताया जा रहा है। यशिका ने अपनी उपलब्धि का श्रेय माता-पिता को दिया। वह एस्ट्रोनॉट बनना चाहती हैं। वहीं नैनीताल रोड स्थित जीआरएम की छात्रा अद्विका सक्सेना ने 10वीं की परीक्षा में 98.4 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। अद्विका ने कहा कि उन्होंने कोचिंग नहीं की। स्कूल में पढ़ाई के साथ सेल्फ स्टडी की। वह 12वीं करने के बाद इंजीनियर बनना चाहती हैं।