कोतवाली क्षेत्र की रहने वाली पीड़िता ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि वर्ष 2016 में मोहल्ला शेर मोहम्मद निवासी युवक ने खुद को राहुल बताकर उससे दोस्ती की। कुछ महीनों में दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और उसने शादी का झांसा दिया। जब निकाह के लिए मौलवी बुलाया गया तब असलियत सामने आई कि वह राहुल नहीं बल्कि दानिश है।
धर्म बदलवाकर रखा अर्सी नाम
युवती ने बताया कि जब उसने विरोध किया तो दानिश ने आत्महत्या की धमकी दी। इसके बाद जबरन उसका धर्म परिवर्तन करवा दिया गया और नाम बदलकर अर्सी रख दिया गया। निकाह के बाद आरोपी की मां ने बुर्का पहनने और नमाज पढ़ने का दबाव बनाया। आरोप है कि ससुराल में उसे गोवंश का मांस खाने के लिए मजबूर किया गया। पीड़िता ने बताया कि वर्ष 2018 में उसने एक पुत्र और वर्ष 2020 में एक पुत्री को जन्म दिया। इस दौरान उसका पति अप्राकृतिक संबंध बनाता रहा और विरोध करने पर जान से मारने की धमकी देता था।
जेठ ने किया दुष्कर्म
युवती का आरोप है कि उसके जेठ नाजिम ने उसके साथ कई बार जबरदस्ती की। शिकायत करने पर परिवार के अन्य सदस्यों ने उसे चुप रहने के लिए धमकाया। 30 जून को पीड़िता किसी तरह ससुराल से भागकर अपने मायके पहुंची और परिजनों को पूरे मामले की जानकारी दी। इसके बाद वह कोतवाली पहुंची और तहरीर दी। कोतवाल राजीव कुमार सिंह ने बताया कि युवती की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपी पति दानिश, जेठ नाजिम और अन्य की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी गई है।