पुरानी पेंशन बहाली तक संघर्ष जारी रहेगा: चेतनारायण सिंह
संघ के प्रदेश अध्यक्ष चेतनारायण सिंह ने कहा, जब तक पुरानी पेंशन योजना बहाल नहीं होती, तब तक हमारा संगठन चुप नहीं बैठेगा। उन्होंने यह भी कहा कि तदर्थ शिक्षकों के नियमितीकरण को अनिवार्य बनाया जाना चाहिए और यूपीएससी व पीसीएस की परीक्षाओं की तरह देशभर में स्कूली शिक्षा के लिए एक समान पाठ्यक्रम लागू होना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि शिक्षा माफिया देश में समान पाठ्यक्रम लागू नहीं होने दे रहे हैं और सरकार को इस बाधा को दूर करना चाहिए।
राज्य मंत्री ने किया उद्घाटन, एमएलसी और विधायक भी हुए शामिल
कार्यक्रम का उद्घाटन उत्तर प्रदेश सरकार के वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री डॉ. अरुण कुमार ने किया। उन्होंने कहा कि वह शिक्षकों की समस्याओं को लेकर हमेशा तत्पर हैं और जरूरत पड़ी तो मुख्यमंत्री तक भी आवाज पहुँचाने को तैयार हैं। एमएलसी बहोरन लाल मौर्य ने भी समान पाठ्यक्रम की मांग का समर्थन करते हुए कहा देश की राजनीति की दिशा शिक्षा से तय होती है। यदि पूरे देश में एक जैसा पाठ्यक्रम हो जाए तो यह बदलाव की दिशा में बड़ा कदम होगा। एमएलसी कुंवर महाराज सिंह ने शिक्षकों को समाज का मूर्तिकार बताया और कहा कि आज भी समाज में शिक्षक की छवि मजबूत बनी हुई है।
शिक्षक राष्ट्र की रीढ़: विधायक संजीव अग्रवाल
कैंट विधायक संजीव अग्रवाल ने कहा शिक्षक राष्ट्र की दशा और दिशा तय करते हैं। शिक्षकों के सम्मान और उनके मुद्दों के समाधान के लिए मैं हर स्तर पर खड़ा रहूंगा। फ्यूचर यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. पंकज मिश्रा ने भाजपा सरकार में शिक्षा के क्षेत्र में हुए सुधारों को सराहा और कहा कि अब हर जिले में विश्वविद्यालय स्थापित किए जा रहे हैं जिससे छात्रों को दूसरे जिलों में उच्च शिक्षा के लिए नहीं जाना पड़ता।
पूरे प्रदेश से जुटे शिक्षक, सम्मेलन जारी रहेगा
सम्मेलन 17 अप्रैल तक विभिन्न सत्रों में चलेगा। संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. सुरेश रस्तोगी ने बताया कि इस सम्मेलन में प्रदेश के सभी 18 मंडलों से प्रतिनिधि मौजूद हैं। सोमवार रात से ही शिक्षकों का आगमन शुरू हो गया था और अब तक लगभग 1500 शिक्षक सम्मेलन स्थल पर पहुँच चुके हैं।