इस अचानक आए प्रशासनिक फैसले से पूरे पुलिस महकमे में हलचल मच गई है और दिनभर तबादलों को लेकर चर्चाओं का दौर चलता रहा।
कई थानों के इंस्पेक्टर क्राइम बदले
निरीक्षक राजकुमार सिंह को प्रभारी डीसीआरबी नियुक्त किया गया है। गिरीश प्रसाद को डीसीआरबी, सिंगल विंडो, रिट सेल से हटाकर पुलिस लाइन भेजा गया। प्रदीप कुमार चतुर्वेदी को रिट सेल और सिंगल विंडो का प्रभारी बनाया गया। धर्मेंद्र सिंह को मानवाधिकार व जन सूचना सेल से अटैच किया गया।
राजेश कुमार को सीसीटीएनएस और विशेष जांच प्रकोष्ठ की जिम्मेदारी दी गई। हरपाल सिंह बने एसएसपी के पीआरओ। चमन सिंह को शीशगढ़ का क्राइम इंस्पेक्टर, शिव बरन सिंह को पुलिस लाइन भेजा गया।
विपिन कुमार को बिथरी चैनपुर, वेद सिंह को नवाबगंज, आदेश कुमार को हाफिजगंज और सुधीर कुमार को हाफिजगंज थाना भेजा गया।
अन्य अहम स्थानांतरण
देवेंद्र कुमार (किला), धर्मेंद्र सिंह पुलिस लाइन, भारत सिंह (सिरौली), सुभाष कुमार (इज्जतनगर), सुदेश पाल सिंह (सीबीगंज), रामवीर सिंह (देवरनिया) का भी ट्रांसफर हुआ। कश्मीर सिंह को क्राइम ब्रांच इन्वेस्टिगेशन विंग का प्रभारी बनाया गया। अवधेश, इंद्र, मुकेश, रामसेवक, सुनील कुमार, रामकृष्ण, सिद्धार्थ सिंह तोमर, अर्जुन सिंह और गुरु पाल सिंह भी क्राइम ब्रांच विंग में तैनात किए गए।
रामरतन सिंह को प्रभारी फील्ड यूनिट
चौकी प्रभारियों और अन्य थानों पर भी तैनाती
राजीव कुमार (प्रेम नगर), विपिन तोमर (सीबीगंज), राजेश बाबू मिश्रा (आंवला), जोगेंद्र सिंह (भुता), अजय सिंह (रामगंगानगर चौकी), जितेंद्र धाम (मानपुर), राजकुमार (मनोना धाम), राज रोहित कुमार (धौरेरा), जीत सिंह (कोतवाली), सुरेंद्र कुमार (प्रेम नगर), भीष्म कुमार सिंह को (कैंट), भीष्म कुमार किला, सुरेश चंद्र (सुभाष नगर), वीरेश पाल सिंह सीबीगंज, अजब सिंह (बारादरी), राकेश सिंह (इज्जतनगर), अमरपाल सिंह (मीरगंज), सौदान सिंह (सिरौली), अनिल कुमार (शाही), अनिल कुमार बिथरी चैनपुर, सतीश (देवरनिया), ताजवर सिंह (देवरनिया), किरण पाल सिंह (फरीदपुर), धर्मपाल सिंह (फतेहगंज पूर्वी), बृजेश कुमार (शेरगढ़) को नई तैनाती दी गई है।
क्यों किया गया ये बड़ा फेरबदल?
एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि यह प्रशासनिक फैसला आगामी पर्वों की सुरक्षा, शांति और कानून-व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। साथ ही लंबे समय से रिजर्व पुलिस लाइन्स में पदस्थ कई अफसरों को फील्ड में जिम्मेदारी देने के लिए भी यह कदम जरूरी था।