लखनऊ-दिल्ली हाईवे से सटे सरदार की कोठी के सामने 22 अप्रैल को तेज रफ्तार जेसीबी ने 18 वर्षीय शिवानी पाठक को टक्कर मार दी थी। हादसे में गंभीर रूप से घायल शिवानी को परिजनों ने मिनी बाईपास स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां वह नौ दिन तक जिंदगी और मौत से जूझती रही। बुधवार रात उसने दम तोड़ दिया।
पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप
मृतका के पिता अरविंद पाठक का कहना है कि उन्होंने घटना की जानकारी सीबीगंज थाना पुलिस को दी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। बाद में 1076 पर कॉल करने के बाद सीओ पहुंचे और पुलिस से पंचनामा भरवाया। अरविंद पाठक का आरोप है कि जिस जेसीबी मालिक के खिलाफ तहरीर दी गई थी, वही अब उन्हें धमकियां दिलवा रहा है। उन्होंने बताया कि शिवानी होनहार छात्रा थी और उसका सपना था कि वह शिक्षक बने। पिता ने कहा कि जब तक खनन माफिया पर कड़ी कार्रवाई नहीं होगी, तब तक उनकी बेटी की आत्मा को शांति नहीं मिलेगी।
खनन माफिया को लेकर चर्चाओं में रहती है सीबीगंज पुलिस
गौरतलब है कि सीबीगंज थाना पुलिस खनन गतिविधियों को लेकर पहले भी विवादों में रह चुकी है। कुछ दिन पहले ही एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें सीबीगंज इंस्पेक्टर किसानों को खनन माफिया के पक्ष में फटकारते नजर आए थे। अब एक छात्रा की मौत ने खनन माफिया और पुलिस की सांठगांठ पर सवाल खड़े कर दिए हैं।