पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सीढ़ियों से फेंकने की कोशिश, सीसीटीवी में कैद हुई घटना
राजेंद्रनगर निवासी अमित कुमार के अनुसार, उनके मकान में सुनील यादव नाम का व्यक्ति किराए पर रहता है। 2 मई की शाम को अमित कुमार छत पर पहुंचे तो देखा कि सुनील यादव के साथ उसके तीन दोस्त—विजय, पीयूष और अनुभव—मौजूद थे। शोर-शराबा करने पर जब अमित ने टोका तो चारों ने गाली-गलौज करते हुए उन पर जानलेवा हमला कर दिया। पीड़ित अमित का कहना है कि आरोपियों ने पहले सिर पर किसी भारी वस्तु से वार किया, फिर जान से मारने की नीयत से गला दबाकर उन्हें सीढ़ियों से फेंकने की कोशिश की। किसी तरह से जान बचाकर वे वहां से भागे और थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई।
राजनीतिक कनेक्शन: आरोपी प्रसपा नेता
प्रमुख आरोपी सुनील यादव के बारे में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। वह प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) से जुड़ा हुआ है और बरेली में लोकसभा और मेयर का चुनाव भी लड़ चुका है। पहले वह आम आदमी पार्टी में सक्रिय था, फिर एक प्रसिद्ध महामंडलेश्वर के करीबी बनकर सुर्खियों में आया। हाल ही में बरेली में एक धार्मिक कथा के दौरान भी उसका नाम विवादों में आया था, जहाँ रसीदों में घपला और लेनदेन को लेकर कई आरोप लगे थे। सोशल मीडिया पर भी इसको लेकर कई प्रतिक्रियाएं सामने आई थीं।
मकान पर कब्जे की नीयत का आरोप
पीड़ित अमित कुमार ने आरोप लगाया है कि सुनील यादव मकान पर कब्जा करना चाहता है। हमला भी इसी मंशा से किया गया ताकि वह डरकर मकान छोड़ दे। अमित का यह भी कहना है कि आरोपी लगातार उन्हें जान से मारने की धमकियां दे रहा है और मानसिक दबाव बनाकर जबरन कब्जा करने की कोशिश कर रहा है।
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
इंस्पेक्टर प्रेमनगर आशुतोष रघुवंशी ने बताया कि ने अमित कुमार की तहरीर के आधार पर सुनील यादव, विजय, पीयूष और अनुभव के खिलाफ IPC की गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगी हुई है।