20 दिन बाद भी युवती का सुराग नहीं
पीड़ित परिवार ने उसी दिन बारादरी थाने में नामजद तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया, लेकिन घटना के बीस दिन बाद भी न तो युवती का सुराग मिल सका है और न ही आरोपी युवक को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस की निष्क्रियता को लेकर परिजनों में भारी रोष है। उनका कहना है कि यदि समय रहते कार्रवाई की गई होती, तो उनकी बेटी की बरामदगी संभव थी।
एसएसपी से मिले जमात रजा-ए-मुस्तफा के पदाधिकारी
परेशान परिजन न्याय की गुहार लगाने दरगाह आला हज़रत से जुड़े संगठन जमात रज़ा-ए-मुस्तफ़ा के पदाधिकारियों के पास पहुंचे। संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी मोईन ख़ान ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल थाना बारादरी के पुलिस से वार्ता की, किंतु संतोषजनक उत्तर न मिलने पर एक प्रतिनिधिमंडल के साथ एसएसपी से भेंट की। मोईन ख़ान ने पुलिस पर भेदभावपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने सवाल उठाया कि, “अगर युवती हिंदू और युवक मुस्लिम होता, तो क्या पुलिस का रवैया यही रहता? अब तक कई गिरफ्तारियां हो चुकी होतीं।”
पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप
पीड़ित परिवार ने आशंका जताई है कि युवती के साथ कोई अनहोनी भी हो सकती है। इसी के साथ ही पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप है। पीड़ित परिवार ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि युवती की शीघ्र बरामदगी कर आरोपी के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। एसएसपी से मिलने गए प्रतिनिधिमंडल में शाइबउद्दीन रज़वी, इकरार अली रज़वी, अदनान हसन रज़वी, बिलाल रज़वी घोसी, फ़राज़ खान, मुकीम रज़ा, अमान, ताहिर हुसैन समेत अन्य लोग शामिल रहे।