ये कौनसा पशुमेला है जिसमें बंटेंगे अब चांदी के पुरस्कार
देश का सिरमौर श्री मल्लीनाथ तिलवाड़ा पशुमेला 25 मार्च से प्रारंभ होगा। मेले में घोड़ों की आवक शुरू होने के साथ ही दुकानें लगनी प्रारंभ हो गई है। मेला मैदान में शाम को घुड़दौड़ का आकर्षण बनने लगा है। मेले में अब पशुओं के अलावा अन्य उत्पादों को लेकर हाट बाजार सजने लगा है।


देश का सिरमौर मेले में पशुओं की आवक शुरू..पुरस्कार में बंटेगी चांदी
बाड़मेर.
देश का सिरमौर श्री मल्लीनाथ तिलवाड़ा पशुमेला 25 मार्च से प्रारंभ होगा। मेले में घोड़ों की आवक शुरू होने के साथ ही दुकानें लगनी प्रारंभ हो गई है। मेला मैदान में शाम को घुड़दौड़ का आकर्षण बनने लगा है। मेले में अब पशुओं के अलावा अन्य उत्पादों को लेकर हाट बाजार सजने लगा है।
तिलवाड़ा पशुमेले के लिए पशुपालक होली के बाद से ही आना प्रारंभ हो गए है। घोड़े, ऊंट और अन्य पशुओं को लेकर पहुंच रहे पशुपालकों ने यहां पर नदी के किनारे टेण्ट लगा दिए है,जहां पर सुबह से शाम तक लोगों के आने का सिलसिला शुरू हुआ है।
पंजाब-गुजरात-मध्यप्रदेश-महाराष्ट्र से आए व्यापारी
मेले में राजस्थान के अलावा गुजरात के काठियावाड़ी घोड़े पहुंचने लगे है। मालाणी नस्ल के घोड़ों को देखने के लिए भी यहां बड़ी संख्या में अश्वपालक आने शुरू हुए है। मेले में घोड़ों के अलावा ऊंटों की आवक भी होगी। पशुपालन विभाग की ओर से ऊंटों के लिए विभिन्न प्रतियोगिता
चांदी के पुरस्कार दिए जाएंगे
भामाशाह पृथ्वीराजङ्क्षसह कोळू ने इस साल भी चांदी के पुरस्कार की घोषणा की है। तीन प्रतियोगिता में प्रथम रहने वाले घोड़े, ऊंट व गाय के पशुपालक को एक किलोग्रामी चांदी, द्वितीय रहने वाले को 500 ग्राम और तीसरे स्थान पर रहने वाले को 250 ग्राम चांदी का पुरस्कार दिया जाएगा। ये प्रतियोगिताएं पशुपालन विभाग की ओर से आयोजित होगी।
मेले में हाट बाजार का रहेगा आकर्षणमेले में हाट बाजार का मुख्य आकर्षण रहेगा। इसमें ग्रामीण संस्कृ़ति के उत्पाद बड़ी संख्या में पहुंचेंंगे। इन उत्पादों की बिक्री भी पूरे इलाके में लोग पहुंचकर करेंगे। जिसमें कृषि,पशुपालन और घरेलू जरूरतों का सामान मुख्य रहेगा।
Hindi News / Barmer / ये कौनसा पशुमेला है जिसमें बंटेंगे अब चांदी के पुरस्कार