मंगलवार सुबह किशोरी ने परिजनों से मोबाइल मांगा तो परिजनों ने मोबाइल देने से इनकार कर दिया। वह बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने का भी काम करती थी। ट्यूशन के बच्चों के घर आने पर उसके पिता, मां और मौसी काम पर चले गए और उसकी छोटी बहन पास ही खेलने चली गई। कुछ देर बाद बच्चों को पढ़ाते-पढ़ाते किशोरी ने कहा कि उसकी तबीयत ठीक नहीं है और बच्चों को छुट्टी कर दी। बाद में उसने कमरे में कुंदी लगाकर छत पर लगी एंगल में रस्सी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। कुछ देर जब उसकी छोटी बहन घर पानी पीने आई तो उसे कमरा बंद दिखा।
इस पर उसने दरवाजे के साइड में कुछ जगह होने से अंगुली से कुंदी हटा दी। दरवाजा खोलते ही अंशु फंदे से लटकती मिली। इस पर उसने आसपास के लोगों को घटना की जानकारी दी। कुछ देर बाद उसके परिजन भी मौके पर पहुंच गए और उसे उप जिला अस्पताल बस्सी ले आए। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का मौका मुआयना कर मृतका का पोस्टमार्टम करा शव परिजनों को सौंप दिया।