हाईवे पर वैसे तो गुणवत्तापूर्ण कार्य किया जाता है, क्योंकि छोटे से लेकर भारी वाहन चलते है। इस समय पर बिछाई गई कंकरीटयुक्त डामरीकरण कार्य महज कुछ दिन में ही उखड़ना शुरू हो गया। जिससे लोगों ने डामर की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए एनएचएआई के उच्चाधिकारियों से जांच की मांग की है।
वाहन चालकों ने बताया कि सड़क खराब होने एवं कंकरीट फैली होने से वाहनों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। कंकरीट लगने से टायर खराब हो रहे है। भारी वाहनों के पट्टे कबानी टूटने का डर रहता है। साथ ही ईंधन की खपत भी ज्यादा होती है। एनएचएआई प्रशासन वाहन चालकों को साफ सुधरी सड़कें नहीं उपलब्ध करवा पा रहा है जबकि टोल वसूली पूरी की जा रही है।
भाजपा नेता उपेन यादव ने भी एनएचएआई महाप्रबंधक प्रतिमा गुप्ता से मुलाकात कर हाईवे की समस्याओं से अवगत कराया है। भाजपा नेता ने बताया कि शाहपुरा से चंदवाजी तक बनी सड़क जगह जगह से उखड़ गई है, जो वाहन चालकों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। उन्हाेंने महाप्रबंधक से खराब हुई सड़क को उखाड़कर दुबारा से डामरीकरण करवाने की मांग की। महाप्रबंधक ने शीघ्र ही समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया।