नए निर्माण के तहत मेला स्थल पर चौपाटी और बेडिंग जोन का निर्माण किया जाएगा। गौरतलब है कि 2022 में तत्कालीन सरकार ने जसवंत प्रदर्शनी की 12 हैक्टेयर जमीन को पशुपालन विभाग के अंतर्गत स्थित एक वेटनरी कॉलेज को सौंप दिया था। इस मुद्दे को राजस्थान पत्रिका ने उठाया था। इसके बाद राज्य सरकार ने वह जमीन वापस जसवंत प्रदर्शनी को दे दी। अब उस भूमि पर व्यापक निर्माण कार्य शुरू किया गया है।
बीडीए के आयुक्त प्रतीक जुईकर ने बताया कि इस परियोजना के तहत 7 करोड़ रुपए की लागत से 85 पक्की दुकानों का निर्माण किया जाएगा। साथ ही मेले में जलभराव की समस्या को दूर करने के लिए दुकानों के आगे सीसी रोड और छोटी-छोटी नालियों का निर्माण किया जाएगा, जिनका सीवरेज सिस्टम से कनेक्शन होगा।
खास बात यह है कि प्रदर्शनी स्थल का निर्माण हेरिटेज लुक में होगा। इसमें ऐतिहासिक लाइटिंग और आकर्षक डिजाइन का इस्तेमाल किया जाएगा। मेला स्थल पर पुलिस चौकी और कंट्रोल रूम के लिए अलग से स्थान तैयार किया जाएगा। इसके अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए एक स्टेज भी तैयार किया जाएगा। भविष्य में राजीविका और अन्य मेले, जो शहर में विभिन्न स्थानों पर लगते हैं, उन्हें भी जसवंत प्रदर्शनी स्थल पर लगाया जाएगा।
चौपाटी का निर्माण और अन्य सुविधाएं
जसवंत प्रदर्शनी मेला स्थल पर एक ओर महत्वपूर्ण बदलाव चौपाटी का निर्माण होगा, जो खास तौर पर बस स्टैंड और बाहर से आने वाले लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा। इसके साथ ही इस क्षेत्र में सडक़ पर लगे फल और अन्य ठेले वालों को यहां से हटाकर उनके लिए उचित स्थान बनाने की योजना है, जिससे यह जगह और भी व्यवस्थित होगी।