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परीक्षा केंद्रों के हर कमरे में लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर इस विद्यार्थी को दो साल के लिए (डिबार) परीक्षा से वंचित कर देगा। इन दो सालों में विद्यार्थी सीबीएसई के अलावा देश के किसी भी स्कूल बोर्ड से परीक्षा नहीं दे सकेंगे। नकल या किसी भी तरह का गैजेट पकड़ाने पर बोर्ड पूछताछ भी नहीं करेगा, बल्कि विद्यार्थी को सीधे प्रतिबंध का फरमान सुनाया जाएगा। ऐसे में एक्सपर्ट ने सलाह दी है कि कोई भी विद्यार्थी परीक्षा के दौरान किसी भी तरह का कागज जेब में नहीं रखे।
स्कूल पहुंचे 15,808 विद्यार्थियों के प्रवेशपत्र, शुक्रवार से वितरण शुरू
स्कूलों से मिलने वाले एडमिट कार्ड लेने के बाद उसमें पालक और विद्यार्थी दोनों के हस्ताक्षर जरूरी होंगे। इस एडमिट कार्ड को स्कूल के प्राचार्य से वेरीफाई भी कराना होगा। इस साल दुर्ग जिले में सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के लिए 15 सेंटर बने हैं, जिसमें कक्षा 10वीं के 8,931 और कक्षा 12वीं के 6,577 विद्यार्थी शामिल होंगे। सीबीएसई ने कहा है कि, परीक्षा के दिन विद्यार्थियों को 9.30 बजे तक केंद्र पहुंचना चाहिए। सुबह 10 बजे के बाद किसी भी विद्यार्थी को परीक्षा केंद्र में प्रवेश की मंजूरी नहीं मिलेगी। वे परीक्षा से वंचित कर दिए जाएंगे। बहुत जरूरी या जायज कारण बताने की स्थिति में अलाऊ तो कर देगा, लेकिन उक्त छात्र के प्रवेश का टाइम-टू-टाइम वीडियो फुटेज भी सीबीएसई को भेजना होगा। देरी से पहुंचने वाले विद्यार्थी को भले ही सेंटर ने परीक्षा लिखने की मंजूरी दे दी हो, लेकिन सीबीएसई इनका रिजल्ट होल्ड में रखेगा।
सीबीएसई नोडल अधिकारी आरएस पांडेय एडमिट कार्ड का वितरण स्कूलों में शुरू हो गया है। एडमिट कार्ड में पालक के हस्ताक्षर के बाद उसे प्राचार्य से वेरीफाई करा लें। परीक्षा के दिन अपने साथ एडमिट कार्ड के साथ स्कूल का आईडी कार्ड भी ले जाना अनिवार्य है। बिना स्कूल ड्रेस के परीक्षा केंद्र आपको रोक सकते हैं, जिससे आपको दिक्कत हो सकती है। अपने साथ नकल या इलेक्ट्रॉनिक गैजेट या किसी भी तरह का कागज बिल्कुल भी नहीं रखें। ऐसा करने पर मुश्किल में पड़ जाएंगे।
जरूर समझें एमसीक्यू पैटर्न
कक्षा 12वीं में थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों में अलग-अलग पास होना जरूरी है। प्रैक्टिकल में 30 में कम से कम 10 अंक लाने पर ही पास माने जाएंगे। जिस पेपर में प्रैक्टिकल 20 अंकों का होगा, उसमें 7 अंक अनिवार्य किए गए हैं। इसी तरह यहां समझना जरूरी है कि थ्योरी पेपर में आपको 70 में से 23 अंक पाना जरूरी है। कुछ पेपर 80 अंक के भी होंगे, जिनमें 27 नंबर पाना अनिवार्य होगा। दोनों पेपर में अलग अलग पास होने पर ही उत्तीर्ण माने जाएंगे।
घर को बनाएं एग्जाम हॉल
बोर्ड परीक्षा की नजदीकी के साथ ही पैरेंट्स को भी थोड़ी मेहनत करनी होगी। घर में बच्चों के लिए एग्जाम हॉल सा माहौल देना होगा। बच्चे को रोजाना तीन घंटों के लिए बोर्ड का सैंपल पेपर हल करने को दीजिए। उसे परीक्षा की तर्ज पर स्कूल ड्रेस में ही तैयार करें और घर में परीक्षा देने को कहें। बच्चा जो सैंपल हर कर रहा है, उसका मूल्यांकन कीजिए और जहां कमियां मिल रही है, उसे बच्चों के साथ शेयर कीजिए। समय कम है ऐसे में यह बात उनके टीचर्स को भी बताएं। अंग्रेजी के पहले पेपर से 10वीं की शुरुआत 15 फरवरी से होगी। वहीं 12वीं की परीक्षा 17 फरवरी से शुरू होंगी। सीबीएसई के नोटिफिकेशन के हिसाब से कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं साथ-साथ चलेंगी। कक्षा 10वीं की परीक्षाएं 18 मार्च को समाप्त होंगी, जबकि कक्षा 12वीं की परीक्षाएं 4 अप्रैल 2025 को समाप्त होंगी। वैसे तो डेटशीट के हिसाब से कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं भी 15 से ही शुरू हो रही है, लेकिन इसमें शामिल विषयों की पढ़ाई भिलाई-दुर्ग में नहीं होती, इसलिए 12वीं बोर्ड परीक्षा की शुरुआत 17 फरवरी से फिजिकल स्टडीज विषय के साथ होगी।