CG News: एफआईआर के बाद टालमटोल
प्रकरण के मुताबिक निकहते ने पारिवारिक कार्य के लिए अनिल से 30 लाख रुपए ब्याज में उधार लिया था। अनिल ने निकहत की जमीन को बंधक रखकर रकम दिया था। लिखापढ़ी करते समय उसके साथ छल किया। निकहत से कर्ज लेन देन के कागजात की जगह
रजिस्ट्री पेपर पर दस्तखत करवाया लिया और बाद में उस जमीन को अपने नाम पर चढ़ा लिया। वहीं हर माह ब्याज और नकद भी लेता रहा।
महिला जब जमीन का कागजात मांगने गई तो 45 लाख रुपए और जमा करने के लिए कहा। यह रकम देने पर ही जमीन उनके नाम पर करने की बात कही। उतई के थाना प्रभारी विपिन रंगारी ने कहा की प्रकरण की जांच की गई, अब तक इस अपराध में कोई साक्ष्य नहीं पाया गया। इस वजह से गिरतारी नहीं हुई है।
जमीन पर काबिज करने का प्रयास
निकहत ने बताया कि जमीन को अपने नाम चढ़वाने के बाद अनिल और उसके दो साथियों ने जमीन पर काबिज होने का प्रयास किया। तब उसने उतई पुलिस थाना में आवेदन किया। पुलिस ने उनको लौटा दिया। तब इसकी शिकायत एसपी से की। एसपी के आदेश के बाद 7 मार्च 2024 को धारा 420 के तहत अपराध दर्ज किया गया। लेकिन अब भी
पुलिस का रवैया वैसा ही है।