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CG Cancer Patients: जिले में बढ़ रहे कैंसर के मरीज, अस्पताल में निशुल्क इलाज से मिल रही राहत उन्होंने बताया कि मार्च 2017 में कैंसर होने की जब जानकारी मिली तो पल भर के लिए आंखों के सामने अंधेरा छा गया। हिमत जुटाई और मुंबई जाकर मई 2017 में
ऑपरेशन करवाया। इसके बाद चिकित्सकों के निर्देश के मुताबिक इलाज करवाया। अब वह कैंसर से जंग जीतकर वापस अपने काम पर लौट चुकी हैं। 8 साल से अपने काम को अंजाम दे रही है।
लोगों को कर रही जागरूक
अब वह लोगों को जागरूक कर रही हैं। कैंसर से बचाव के लिए किसी भी तरह की आशंका हो तो पहले चिकित्स्क से जांच करवा लें। शुरूआती दौर में ही पता चल जाए तो इलाज बेहद आसान है। इच्छा शक्ति से ही किसी भी गंभीर बीमारी से जीता जा सकता है।