मिड डे मील (एमडीएम) ने राजस्थान को-आपरेटिव डेयरी फेडरेशन (आरसीडीएफ) को दूध पाउडर का ऑर्डर प्रदेश की दूध डेयरियों को दिया है, लेकिन अभी सप्लाई की सुविधा शुरू नहीं की है। ऐसे में सप्लाई में एक महीना और लग सकता है। मिड डे मील के अनुसार 1 माह का समय लगेगा। यानि की 1 अप्रेल तक की डेडलाइन है। इसी बीच 10 व 12वी की बोर्ड परीक्षा भी 6 मार्च से शुरू होने जा रही है। ऐसे में स्कूलों से 1 मार्च से 15 मई तक की मांग भेजने को कहा है। 16 मई से ग्रीष्मावकाश भी शुरू हो जाएगा। इस दौरान मिड डे मील जारी रहेगा।
बताया जा रहा है कि आरसीडीएफ की ओर से दूध पाउडर की सप्लाई करने को लेकर दूध डेयरियों की राशि भी बकाया चल रही है। इस कारण नई सप्लाई के लिए अभी ओर समय लग सकता है। इसके चलते देरी के आसार हैं। दूसरी ओर प्रदेश की आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले 3 से 6 वर्ष के बच्चों को सप्ताह में पांच दिन दूध पिलाया जाएगा। सरकार के बजट में इसकी घोषणा से प्रदेश की 51 हजार 942 आंगनबाड़ी केंद्र में अध्ययनरत 4.50 लाख बच्चे लाभांवित होंगे। बच्चों को दूध एक अप्रेल से मिलने लगेगा। इसके लिए प्रदेश की पांच डेयरियों को दूध पाउडर सप्लाई के आदेश दिए है।
भीलवाड़ा डेयरी को मिला ऑर्डर भीलवाड़ा जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड के एमडी बिमल कुमार पाठक ने बताया कि आरसीडीएफ ने मिल्क दूध पाउडर बनाने का आदेश दिया है। आदेश के अनुसार भीलवाड़ा डेयरी को 9 जिलों में 1 लाख 59 हजार 19 किलो दूध पाउडर सप्लाई करना होगा। यह पाउडर मार्च, अप्रेल तथा मई माह के लिए होगा। फिलहाल स्कूलों के लिए कोई आदेश नहीं मिला है।
2.18 लाख किलो दूध की भेजी मांग सीबीईओसुवाणा डॉ. रामेश्वर जीनगर ने बताया कि एक मार्च से 15 मई तक के लिए 2 लाख 18 हजार 420 किलोग्राम की डिमांड एमडीएम को भेजी है। इसमें कक्षा पहली से पांचवी तक 1 लाख 31 हजार 52 किलोग्राम तथा कक्षा 6 से 8वी तक 87 हजार 368 किलोग्राम दूध पाउडर की डिमांड भेजी है।
अभी परीक्षा का दौर शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सरकारी और प्राइवेट स्कूल में पढ़ रहे 5वीं और 8वीं बोर्ड की परीक्षा का टाइम टेबल जारी कर दिया है। 5वीं के एग्जाम 7 अप्रेल से शुरू होंगे, जबकि 8वीं बोर्ड की परीक्षा 20 मार्च से शुरू हो रहे हैं। प्रदेश के सभी डाइट्स को इसकी जिम्मेदारी पहले ही सौंपी जा चुकी है। इन दोनों क्लास की परीक्षाओं में प्रदेशभर में 25 लाख छात्र बैठेंगे। नियमानुसार 15 मई तक बच्चों को पोषाहार खिलाना है। इसके बाद ग्रीष्मावकाश हो जाएगा। नया सत्र 21 जून से शुरू होगा। इसलिए नए सत्र में ही बच्चों को दूध मिल पाएगा।