इसकी पुष्टि खुद सीबीआई की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति से हुई है। सीबीआई की ओर से जारी प्रेस रिलीज के अनुसार, छत्तीसगढ़ के साथ-साथ भोपाल, दिल्ली समेत देशभर के 60 अलग-अलग लोगों के ठिकानों पर दबिश दी गई है। स दौरान अफसरों और नेताओं के घरों से कई साक्ष्य जुटाए गए हैं। फिलहाल, कार्रवाई अब भी जारी है।
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सीबीआई की ओर से सामने आए बयान के अनुसार, मामला महादेव बुक के अवैध कार्यों से जुड़ा है, जो एक ऑनलाइन सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म है। ये एप रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर द्वारा प्रचारित किया गया है। दोनों आरोपी फिलहाल, दुबई में छिपे हैं। जांच में खुलासा हुआ है कि, प्रमोटरों ने अपने अवैध सट्टेबाजी नेटवर्क के सुचारू और निर्बाध संचालन को सुनिश्चित करने के लिए सार्वजनिक कर्मचारियों को ‘सुरक्षा धन’ के रूप में एक बड़ी राशि चुकाई। शुरुआत में आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) रायपुर द्वारा दर्ज किया गया। मामला वरिष्ठ सार्वजनिक अधिकारियों और अन्य आरोपियों की भूमिका की व्यापक जांच के लिए सीबीआई को सौंपा गया है। तलाशी के दौरान अबतक आरोपियों से डिजिटल और दस्तावेजी साक्ष्य मिले हैं। फिलहाल, टीम की कार्रवाई अब भी जारी है।
भोपाल समेत 60 ठिकानों पर छापा
महादेव एप केस में सीबीआई ने आज एक साथ भोपाल और दतिया समेत देशभर के 60 अलग-अलग ठिकानों पर छापा मार कार्रवाई की है। महादेव बुक ऑनलाइन सट्टा घोटाले की जांच में, केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने छत्तीसगढ़, भोपाल, कोलकाता और दिल्ली में 60 स्थानों पर छापे मारे। इनमें देश के कई बड़े राजनीतिज्ञों, वरिष्ठ नौकरशाहों, पुलिस अधिकारियों, महादेव बुक के प्रमुख कार्यकर्ताओं और मामले में शामिल होने के संदेह में अन्य निजी व्यक्तियों से संबंधित परिसर शामिल हैं। खबर अपडेट हो रही है..