कमल का फूल पकड़कर बन गया सांसद
सीएम डॉ मोहन यादव ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मेरे परिवार में कोई मुख्यमंत्री, मंत्री, सांसद, विधायक नहीं बना। मैंने केवल फूल पकड़ा और बीजेपी ने मुझे मुख्यमंत्री बना दिया। ये बात बताती है कि सच्चे अर्थों में हमारे देश में आजादी है। चंद्रशेखर आजाद ने अपने जीवन के सबसे अच्छे समय अंग्रेजों के खिलाफ लड़कर निकाला। उनका कहना था कि मैं आजाद हूं, आजाद मरूंगा। इसके बाद उन्होंने खुद की रिवॉल्वर से अपने प्राणों का त्याग कर लिया। दिल्ली पार्लियामेंट में भगत सिहं बम फेंककर कहा था कि देश में जनतंत्र की सरकार होनी चाहिए। आक्रांताओं और राजसी सत्ता वालों को देश से बाहर फेंकना चाहिए।
क्या-क्या झूठ नहीं बोला
आगे सीएम ने निशाना साधते हुए कहा कि केजरीवाल को केवल कुर्सी चाहिए थी। तो क्या-क्या झूठ नहीं बोला। मैं दो कमरे के मकान में फ्लैट में रहूंगा। मैं पार्टी नहीं बनाऊंगा। बेचारे अन्ना हजारे रो रहे हैं कि कहां से केजरीवाल से पाला पड़ा। पूरी दिल्ली का सत्यानाश कर दिया। दिल्ली में आज कचरे के पहाड़ लगे हैं। चारों ओर गंदगी हो रही है। यमुना जी के आंसू बह रहे हैं। इनको फर्क नहीं पड़ा। अब दिल्ली की जनता ने तय कर लिया है। जब अयोध्या में भगवान राम मुस्कुरा रहे हैं तो यमुना जी का कृष्ण-कन्हैया क्यों चुप है। दिल्ली को दुनिया की सबसे अच्छी राजधानी बनानी है।