तत्कालीन सीएम ने किया था ऐलान
तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान किया था कि अतिथि विद्वानों तो 1500 प्रतिदिन मानदेय की जगह फिक्स वेतन 50 हजार रुपए महीना दिया जाएगा। जो भी पद खाली हैं, उनमें अतिथि विद्वानों की भर्ती की जाएगी। साथ-साथ शासकीय सेवकों की तरह पूरी सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी।
अतिथि विद्वानों की होगी छंटनी
अतिथि विद्वानों का मानना है कि महाविद्यालयों में प्रोफेसरों की पोस्टिंग की जाएगी। जिसके चलते कॉलेज में कार्यरत अतिथि विद्वानों को दोबारा मौका नहीं मिलेगा। ऐसे ही पीएससी से नियुक्ति की जाएगी। इसके चलते पद भी भर जाएंगे और जिन अतिथि विद्वानों को हटाया जा रहा है। उन्हें पद भरने के बाद सेवा में दोबारा नहीं लिया जाएगा।