बता दें कि उनके सहयोगी के रूप में भोपाल पुलिस कमिश्नरेट के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त पंकज श्रीवास्तव और पुलिस मुख्यालय के 3 वरिष्ठ अधिकारी रहेंगे। एसआईटी लव जिहाद, दुष्कर्म और जबरन धर्म परिवर्तन के मामलों की निगरानी और समन्वय का काम करेगी। इस बीच दमोह में भी लव जिहाद से जुड़ा एक मामला सामने आया है।
मानवाधिकार आयोग और महिला आयोग सख्त
‘पुलिस ने शिकायत दर्ज करने में की देरी; संगठित अपराध की धारा जोड़ें’
भोपाल के लव जिहाद मामले की जांच के लिए राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व डीजीपी निर्मल कौर की अध्यक्षता वाली टीम भोपाल में है। बीते कल रविवार को एक पीड़िता आयोग के सामने पेश हुई। पूछताछ के बाद आयोग ने एफआईआर में संगठित अपराध की धाराएं जोड़ने की सिफारिश की है। सोमवार को टीम क्लब 90 का निरीक्षण किया। मानवाधिकार आयोग ने भोपाल पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए प्रथम दृष्टया शिकायत दर्ज करने में देरी मानते हुए स्पष्टीकरण मांगा है। वहीं सदस्य प्रियंक कानूनगो का कहना है कि, अब तक 7 पीड़िताएं सामने आ चुकी हैं और इन पीड़िताओं की संख्या बढ़ने की आशंका है।
पीड़िताओं ने लगाए कई आरोप, सुरक्षा नहीं मिलने के कारण नहीं आ रहीं सामने
इस मामले में पीड़िताओं ने ब्लैकमेलिंग, दुष्कर्म और धर्मांतरण के आरोप लगाए हैं। आयोग का कहना है कि पीड़िताओं को सुरक्षा और पुनर्वास नहीं मिलने से अन्य पीड़िताएं सामने आने से डर रही हैं। आयोग की टीम स्वयं भोपाल जाकर स्थिति का जायजा लेगी।
अब तक मामले की जांच दूसरे डीसीपी से कराई जा रही वेरिफाई
लव जिहाद मामले की जांच डीसीपी जोन-2 के अंतर्गत हुई थी, जिसे अब डीसीपी जोन-1 से वेरिफाई कराया जा रहा है। एमपी पुलिस आरोपियों के एक कारोबारी से संबंधों की जांच भी कर रही है, जो उन्हें सुविधाएं उपलब्ध करवाता था। मामले में स्वतंत्र रूप से साक्ष्य और बयानों की पुष्टि की जा रही है, क्योंकि सीनियर अफसरों को मामले की जांच प्रभावित होने की भी आशंका है। बता दें कि भोपाल में लव जिहाद से जुड़े अब तक पांच मामलों में एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं। वहीं मुख्य आरोपी फरहान खान ने बचपन में माता-पिता को खो चुकीं दो सगी बहनों के साथ दुष्कर्म किया और उनकी आपत्तिजनक वीडियो बनाईं थीं।
दमोह में सामने आया मामला, इजराइल बना शिवा शर्मा
इस बीच अब दमोह के लॉज में फर्जी आधार कार्ड से युवती के साथ रुका युवक इजराइल खान अब एटीएस की जांच में है। उसने खुद को शिवा शर्मा बताकर कमरा बुक कराया था। उसके मोबाइल में 3 युवतियों से संबंधों के सबूत और 12 से ज्यादा से चैटिंग मिली है। एटीएस को शक है कि यह मामला लव जिहाद से जुड़ा हो सकता है।
फोटो कॉपी की दुकान से लेता था छात्राओं के नंबर
हैरानी की बात ये है कि आरोपी ने यह कबूल किया है कि वह फोटो कॉपी की दुकान से छात्राओं के नाम और नंबर लेता था और उन्हें अपने जाल में फंसाता था।
शिकायत आई तो आगे करेंगे कार्रवाई, फिलहाल फर्जी दस्तावेज का केस दर्ज
इस पूरे मामले में अभी तक युवतियों की ओर से कोई शिकायत नहीं आई है। अगर कोई भी शिकायत आती है तो आगे की कार्रवाई की जाएगी। दमोह पुलिस ने फर्जी दस्तावेज का केस दर्ज किया है।