इस शुभ मुहूर्त पर शहर में एक हजार से अधिक शादियां होने की संभावना है।
अक्षय तृतीया का पर्व 30 अप्रैल को मनाया जाएगा। इस दिन परशुराम जयंती भी होगी। पूरे साल में यह दिन मांगलिक कार्यों के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। इस मौके पर शहर के सराफा बाजार में आभूषणों की जमकर खरीदारी होने का अनुमान है। इसी प्रकार शहर में विभिन्न सामाजिक संगठनों की ओर से भी सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित होंगे जिसकी जोर-शोर से तैयारी चल रही है।
अक्षय फलदायी होती है अक्षय तृतीया
पं. जागेश्वर अवस्थी ने बताया कि पूरे साल में अक्षय तृतीया का दिन मांगलिक कार्य, खरीदारी सहित सभी प्रकार के शुभ कार्यों के लिए अक्षय माना है। यह एक स्वयंसिद्ध मुहूर्त है। इस दिन जो जोड़े विवाह के पवित्र गठबंधन में बंधते हैं, उनके दाम्पत्य जीवन में स्थायित्व रहता है। इसलिए इस दिन सबसे अधिक विवाह होते हैं। वैसे तो अक्षय तृतीया स्वयंसिद्ध मुहूर्त है, इस दिन कई शुभ योग भी रहेंगे, जिसके कारण भूमि, भवन, आभूषण सहित सभी प्रकार की स्थायी खरीदारी के लिए भी यह दिन काफी शुभ है।
इस दिन की गई खरीदारी अक्षय फलदायी होती है।इस बार अक्षय तृतीया पर सर्वार्थ सिद्धि योग भी विद्यमान रहेगा। अक्षय तृतीया का दिन वैसे ही शुभ माना जाता है। इसलिए इस दिन बिना मुहर्त के विवाह किए जाते हैं। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग का होना सोने पर सुहागा जैसे हैं। इस शुभ योग में बाजारों में भी जमकर खरीदारी होगी।