इसके बाद फिल्म में दोबारा साथ में नहीं किया काम
बता दें कि जैसे-जैसे करियर आगे बढ़ा कुछ गलतफहमियां भी साथ बढ़ती गईं। काला पत्थर बना विवाद की जड़ 1979 में आई। यश चोपड़ा की फिल्म काला पत्थर के दौरान दोनों के बीच तनाव की शुरुआत हुई। शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा था कि जब वे शूटिंग पर पहुंचे। तो उन्हें बताया कि फाइट सीन में बदलाव कर दिए हैं। अब सीन में केवल अमिताभ का किरदार ही शत्रुघ्न के किरदार पर हावी रहेगा। शत्रुघ्न को इस बदलाव पर आपत्ति थी क्योंकि इससे उनके किरदार की गहराई पर असर पड़ता। उन्होंने कहा कि स्क्रिप्ट में ऐसा कुछ नहीं था और ये फैसला उन्हें बिना बताए लिया गया।
फिल्मों की शूटिंग हो चुकी थी पहले
इससे ये माना जाता है कि एक फाइट सीन की शूटिंग के दौरान अमिताभ बच्चन इतने इन्वॉल्व हो गए कि यश चोपड़ा द्वारा ‘कट’ कहे जाने के बाद भी उन्होंने शत्रुघ्न को मारना जारी रखा। इससे शत्रुघ्न काफी आहत हुए और दोनों के रिश्तों में खटास आ गई। इसके बाद इन्होंने कभी साथ नहीं काम किया। काला पत्थर के बाद भले ही शान और नसीब जैसी फिल्मों में दोनों एक साथ नजर आए, लेकिन इन फिल्मों की शूटिंग पहले हो चुकी थी।