जिला मुख्यालय आवाजाही के लिए 10 किमी मुख्य रुट बूंदी से दलेलपुरा होते हुए रामेश्वर चौराहे तक संबंधित विभाग द्वारा संवेदक से सीसी सड़क सहित नवीन डामरीकृत मुख्य सड़क चौड़ाईकरण एवं सुढृढ़ीकरण कार्य करवाया गया है, जो आवाजाही के दौरान वाहन चालकों को रास भी आ रही है। पर संबंधित विभाग द्वारा इस मुख्य रुट पर जैतसागर झील के निकट शनि मंदिर के पास से बाणगंगा तक तीन जगह पर अधुरा कार्य छोड़ रखा है।
इन जगहों पर फैली गिट्टी में वाहन चालकों का संतुलन बिगड़ रहा है। लंबे समय से ही राहगीरों को इन जगहों पर आवागमन में परेशानी उठानी पड़ रही है। पर संबंधित विभाग के जिम्मेदार इसकी समस्या को लेकर अनदेखी कर रहे है। इधर केंद्रीय सड़क निधि प्रोजेक्ट के तहत धनावा-दबलाना वाया बांसी होते हुए नैनवां तक एमडीआर-183 लगभग 45 किमी मुख्य सड़क का चौड़ाईकरण एवं सुढृढ़ीकरण कार्य पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा संवेदक से नवनिर्माण करवाया गया है। इस कार्य की शुरुआत 19 नवंबर 2022 से कार्य समाप्ति 18 मई 2024 को हुआ है। इस नवनिर्मित सड़क की गारंटी अवधि 5 वर्ष है।
इस मुख्य रुट पर भी तीन जगह से अधूरा निर्माण कार्य जनता को आवाजाही में दर्द देने लगा है। सार्वजनिक निर्माण विभाग ने मेजर डिस्ट्रिक्ट रोड पर नैनवां से वाया मानपुरा, दुगारी, बांसी होते हुए सांवतगढ़, रानीपुरा, भवानीपुरा, दबलाना वाया धनावा तक लगभग 45 किमी मार्ग पर नवनिर्माण सड़क बनाई जानी थी, जो पीडब्ल्यूडी विभाग ने संवेदक द्वारा कार्य शुरू करवाया गया था, जिसमें आबादी की जगहों पर सीसी सड़क बनाई थी। व जहां आबादी नहीं वहां पर डामरीकृत सड़क बनाई जानी थी। विभाग का सड़क निर्माण कार्य भी जहां पर किसी का रोडा नही था। वहां पर संवेदक द्वारा सड़क बनवाकर तैयार कर दी है।
यहां वन विभाग बना रोड़ा
इस मुख्य मार्ग पर दबलाना से बांसी के बीच सांवतगढ से फोकी पिपलिया से बांसी की तरफ लगभग 2 किमी 900 मीटर सड़क वन सीमा में होना बताकर कार्य बंद करवा दिया था। जो वह अधूरी सड़क पर कुछ जगह पर निर्माण के दौरान पुरानी सड़क का डामर भी उखड़ गया है। इसी मार्ग पर बांसी वाया दुगारी से नैनवां वाले इसी मुख्य मार्ग पर मानपुरा की डुंगरिया से नैनवां की तरफ लगभग तीन किमी सड़क पर भी वन विभाग द्वारा रोड़ा बनने से इस जगह पर भी सड़क का निर्माण अधूरा पड़ा है।
जिस जगह पर सड़क अधूरी है, वहां की सीमा वन विभाग की होने से वन विभाग ने स्वीकृति नहीं दी है, जिससे सड़क क्षेत्र में अभी तक अधूरी है, संबंधित विभाग से स्वीकृति मिले, तो अधूरी सड़क बन जाएगी।
रेवतीरमण शर्मा, जेईएन, पीडब्ल्यूडी नैनवां
पीडब्ल्यूडी वाले एनओसी तो लेते नहीं है, डायरेक्ट सड़क निर्माण कर देते है। इससे हमारे स्टॉफ को दिक्कत आती है। निर्माण करने से पहले विभाग हमारी सीमा में निर्माण करने के लिए एफसी में आवेदन करें। डिपार्टमेंट से आदेश आएगा तो निर्माण कर लेगें, अभी तक इस कार्य के लिए आवेदन ही नहीं किया है। विभाग हमारी सीमा में निर्माण के लिए जल्द एफसी में आवेदन करें। जैसे आदेश आएगा अधूरा कार्य पूर्ण कर लेंगे।
कविता बाई जाट, रेंजर, वन विभाग नैनवां