मरम्मत के लिए आई राशि का उपयोग नहीं किए जाने से बजट निरस्त हो चुका है। 1982 में नमाना कस्बे में उप स्वास्थ्य केंद्र स्वीकृत किया गया था, लेकिन उस समय उप स्वास्थ्य केंद्र खोलने के लिए चिकित्सा विभाग के पास कोई भवन व जगह नहीं थी। उप स्वास्थ्य केंद्र संचालित करने को लेकर ग्राम पंचायत ने उस समय एक कमरा उपलब्ध करवाया था, जिससे उप स्वास्थ्य केंद्र शुरू हो सका। उसके बाद उप स्वास्थ्य केंद्र प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बन गया। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र संचालित करने के लिए चिकित्सा विभाग को और जगह व कमरों की आवश्यकता पड़ी।
इसी को लेकर पंचायत ने चिकित्सा विभाग को खाली जगह व तीन कमरें उपलब्ध कराए, जिसमें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र संचालित हुआ। 2015 में आदर्श प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए नमाना बायपास पर भवन का निर्माण हो गया और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र इस नए भवन में संचालित होने लगा, तब से ही यह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का पुराना भवन वीरान पड़ा रहने लगा। देख-रेख नहीं होने से अब इसकी हालत बहुत खराब हो चुकी है। चिकित्सा विभाग ने भी पुराने अस्पताल के भवन को पंचायत प्रशासन को सौंप दिया है, लेकिन पंचायत प्रशासन समय-समय पर इसकी मरम्मत नहीं करवाता है, जिसके चलते यह अब खंडहर में तब्दील होने लगा है।
पुराने अस्पताल का भवन पंचायत प्रशासन के पास है। इसकी मरम्मत के लिए दो लाख का बजट भी आया था, लेकिन समय पर कार्य नहीं होने से वह निरस्त हो गया। मरम्मत कार्य करवाने के लिए अब अलग से बजट की मांग करेंगे। बजट आने पर मरम्मत करवा दी जाएगी।
गंगाबाई मीणा, सरपंच नमाना