हस्ताक्षर अभियान के प्रथम दिन कई लोगों ने अपनी भागीदारी दिखाई। केशव मंदिर शिखर से लेकर नींव तक जर्जर हो चुका है। मंदिर का शिखर क्षतिग्रस्त होने से बारिश में मंदिर के अंदर पानी टपकता है। जगह-जगह बड़ी-बड़ी दरारें आ चुकी है। मंदिर के मानक चौक के पीलर, मुख्य द्वार सहित विभिन्न हिस्सों में तीन दर्जन से अधिक छोटी बड़ी दरारें अब बढ़ने लग गई है। मंदिर के शिखर की कलाकृतियां दरारों से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। मंदिर की बिगड़ी हुई दशा को देखते हुए श्रद्धालुओं ने मंदिर परिसर का जीर्णोद्धार करवाने की मांग को लेकर आंदोलन शुरू कर रखा है। आंदोलन के प्रथम चरण में उपखंड अधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री व लोकसभा अध्यक्ष के नाम ज्ञापन भेज दिया गया है। अब हस्ताक्षर अभियान शुरू किया गया है। अभियान के तहत अधिक से अधिक हस्ताक्षर करवाए जाएंगे।
नहीं हुई आदेश की पालना
भगवान केशव राय जी के मंदिर के जीर्णोद्धार की मांग को लेकर आंदोलन शुरू करने के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने देवस्थान विभाग को जर्जर हिस्से की मरमत एवं माणक चौक पर गिरने वाले पत्थरों को रोकने के लिए जालियां लगाने के निर्देश दिए थे। बिरला के निर्देश के देवस्थान विभाग, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने आनन-फानन में मंदिर का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने बड़े बड़े दावे किए, लेकिन बाद में सब भूल गए। निरीक्षण के एक पखवाड़े बाद भी मंदिर में कार्य शुरू नहीं हो पाया।