नॉर्दन बायपास के निर्माण में कुछ किसानों की कृषि भूमि आवाप्त की गई है, जिसके मुआवजा को लेकर कुछ किसान अभी तक चक्कर लगा रहे हैं। कृषि भूमि की वास्तविक सीमा बंदी एवं खसरा नंबर के स्थान चिन्हित करने को लेकर मामला उलझा हुआ है। इस समस्या को लेकर द्वितीय चरण का निर्माण शुरू होने तक भी पहला चरण का कार्य पूरा नहीं हो पाया है।
पहले चरण का कार्य करने की अवधि अप्रैल 2025 है। भूमि अधिग्रहण, भुगतान में देरी से होने से समय पर कार्य पूरा नहीं हो सका। नॉर्दन बायपास का निर्माण होने के बाद बल्लोप से झालीपुरा की दूरी 45 किमी से कम होकर 27 किमी रह जाएगी। अभी बूंदी क्षेत्र जो 45 किलोमीटर लंबा है, वहीं नॉर्दन बायपास बनने के बाद 18 किमी कम हो जाएगा दूसरा चरण का कार्य निस्तारण होने के बाद ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
नॉर्दन बायपास के द्वितीय चरण के लिए बूंदी के गामछ से बल्लोप तक करीब 12.9 किलोमीटर सड़क बनेगी। इसके लिए करीब 57 हैक्टेयर जमीन अधिग्रहण की गई हैं। बल्लोप से गामछ तक द्वितीय चरण का काम शुरू हो चुका। गामछ से झालीपुरा तक प्रथम चरण का काम न्यायालय के निस्तारण के बाद शुरू होना है।