इंदिरा महिला शक्ति योजना के तहत बूंदी जिले में सत्र 2023-24 में करीब 181 बालिकाओं का दाखिला था। इस सत्र की संख्या भौतिक सत्यापन रिपोर्ट की पुष्टि होने के बाद स्थिति स्पष्ट होगी, जिसमें बालिकाओं की संख्या बढकऱ सवा दो सौ से अधिक हो जाएगी। इन बालिकाओं की पढ़ाई के लिए राज्य सरकार दो किस्तों डीबीटी योजना के तहत राशि देती है। जिले में अध्यनरत बालिकाओं के लिए राज्य सरकार द्वारा प्रथम किस्त के रूप में 646313 रुपए बालिकाओं की मां के खाते में आ चुके हैं। द्वितीय किस्त के लिए विभाग द्वारा बिल बनाकर भेज रखें,लेकिन राशि जारी नहीं होने से बालिकाओं को परेशानियां उठानी पड़ रही है।
निशुल्क एवं बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम के तहत कक्षा 1 से 8वीं तक नि:शुल्क अध्ययन कर रही बालिकाओं की उच्च शिक्षा बाधित नहीं हो इसके लिए तत्कालीन राज्य सरकार ने इंदिरा महिला शक्ति के माध्यम से निशुल्क पढ़ाई कर रही बालिकाओं को कक्षा 9वीं से 12वीं तक शिक्षा से जोडऩे के लिए दाखिला देकर निशुल्क शिक्षा की व्यवस्था की गई। इन बालिकाओं को स्कूल की फीस भरने के लिए बालिका की मां के नाम डीबीटी योजना के माध्यम से बालिकाओं की मां के जनाधार खाते में राज्य सरकार द्वारा निर्धारित फीस व विद्यालय द्वारा ली जा रही फीस में जो भी न्युनतम हो वो राशि सीधे बालिकाओं के माताओं के खाते में जमा हो जाती है। निशुल्क अध्ययन कर बालिकाओं की फीस के पुनर्भरण के लिए शिक्षा विभाग द्वारा भौतिक सत्यापन करवाया जाता है। उसके बाद राशि बालिकाओं को मिलती है।
राजेन्द्र व्यास, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक, बूंदी