एफसीआई खरीद केंद्र के भुगतान प्रभारी लोकेश सैनी ने बताया कि कापरेन में समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद के लिए नेफेड का केंद्र पहले स्वीकृत हो गया था, जिससे नेफेड पर अब तक करीब ढाई सौ किसान गेहूं बेचने के लिए पंजीकरण करवा चुके हैं। वहीं एफसीआई का खरीद केंद्र बाद में स्वीकृत हुआ है, जिसके चलते एफसीआई के खरीद केंद्र पर अब तक 60 किसानों ने पंजीकरण करवाया गया है। भुगतान आदि की व्यवस्था को देखते हुए अधिकतर किसान अब एफसीआई के लिए ही पंजीयन करवा रहे हैं।
क्षेत्र में गेहूं की फसल अभी खेतों में खड़ी है और करीब तीन से साढ़े तीन माह की हो चुकी है। ऐसे में गेहूं में बालियां निकल कर दाना पड़ चुका है। किसानों का कहना है कि अभी गेहूं को तैयार होने में दो सप्ताह से चार सप्ताह का समय लग जाएगा। ऐसे में किसान अगले माह तक ही अपनी उपज लेकर खरीद केंद्रों पर पहुंचेंगे। गेहूं का बाजार भाव भी इस बार समर्थन मूल्य से अधिक रहने की उम्मीद जताई जा रही है, जिसे देखते हुए किसान गेहूं का रजिस्ट्रेशन करवाने में कम रुचि दिखा रहे हैं।गेहूं की कटाई का दौर शुरू होने के साथ ही ऑन लाइन पंजीकरण बढ़ने लग जाएगा। किसानों का कहना है कि अप्रैल माह में क्षेत्र में गेहूं की फसल तैयार होकर मंडी तक पहुंचने की उम्मीद है।
किसानों का कहना है कि मौसम ने अंतिम समय तक साथ दिया तो इस बार गेहूं की बम्पर पैदावार होने की उम्मीद है।वहीं बाजार भाव भी अच्छे रहने की उम्मीद है, जिससे किसानों को अच्छा लाभ होगा। इस बार मौसम अनुकूल रहने से क्षेत्र में गेहूं की फसल अच्छी पैदावार देगी।