क्यों आई सोने की कीमतों में गिरावट? (Gold Rate Decrease)
सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव वैश्विक और घरेलू कारकों पर निर्भर करता है। इस बार जो गिरावट देखी गई है, उसके प्रमुख कारण इस प्रकार हैं:एफआईआई की बिकवाली: विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) द्वारा सोने में भारी बिकवाली से भी दामों में गिरावट आई है।
क्रूड ऑयल में गिरावट: कच्चे तेल की कीमतों में नरमी से महंगाई दर कम होने के संकेत मिले हैं, जिससे सोने की मांग घटी है।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व का रुख: फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों को लेकर सख्त नीति बनाए रखने की संभावना से निवेशक सोने से बाहर निकल रहे हैं।
डॉलर इंडेक्स का उछाल: डॉलर की मजबूती के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें (Gold Rate Decrease) दबाव में आ गई हैं।
देश के प्रमुख शहरों में सोने-चांदी के दाम
शहर | 24 कैरेट सोना (₹ प्रति 10 ग्राम) | 22 कैरेट सोना (₹ प्रति 10 ग्राम) | चांदी (₹ प्रति किलोग्राम) |
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दिल्ली | ₹87,200 | ₹79,950 | ₹99,500 |
मुंबई | ₹87,050 | ₹79,800 | ₹99,500 |
जयपुर | ₹87,200 | ₹79,950 | ₹99,500 |
कोलकाता | ₹87,050 | ₹79,800 | ₹99,500 |
नोएडा | ₹87,200 | ₹79,950 | ₹99,500 |
लखनऊ | ₹87,200 | ₹79,950 | ₹99,500 |
चेन्नई | ₹87,050 | ₹79,800 | ₹1,07,000 |
बैंगलोर | 87,050 | 79,800 | 99,500 |
हैदराबाद | 87,050 | 79,800 | 1,07,000 |
सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव के प्रमुख कारक
वैश्विक मांग और आपूर्ति: सोने और चांदी की कीमतें (Gold Rate Decrease) अंतरराष्ट्रीय मांग और आपूर्ति के आधार पर तय होती हैं। अगर वैश्विक बाजार में मांग बढ़ती है तो कीमतें चढ़ती हैं और मांग घटने से कीमतें गिरती हैं। अमेरिकी डॉलर का प्रभाव: डॉलर और सोने का गहरा संबंध होता है। जब डॉलर मजबूत होता है, तो सोने की कीमतें गिरती (Gold Rate Decrease) हैं क्योंकि निवेशक डॉलर में निवेश करना पसंद करते हैं। ब्याज दरें और महंगाई: ब्याज दरें बढ़ने पर सोने की आकर्षकता घटती है, क्योंकि सोना ब्याज नहीं देता। वहीं, महंगाई बढ़ने पर निवेशक सोने को सुरक्षित संपत्ति मानते हैं और इसकी खरीदारी बढ़ जाती है।निवेशकों के लिए क्या करना चाहिए?
लॉन्ग-टर्म निवेश के लिए मौका – अगर आप सोने में लॉन्ग-टर्म निवेश करना चाहते हैं, तो यह एक अच्छा अवसर हो सकता है।शॉर्ट-टर्म ट्रेडिंग में सतर्कता जरूरी – अगर आप ट्रेडिंग करते हैं, तो मौजूदा अस्थिरता को देखते हुए सतर्क रहना जरूरी है।
ETF और डिजिटल गोल्ड में निवेश पर विचार करें – यह विकल्प ज्यादा सुरक्षित और सुविधाजनक हो सकता है।