अलग-अलग बैंकों और हाउसिंग फाइनेंस कंपनी से उनकी ब्याज दरें, प्रोसेसिंग फीस, लोन अवधि और अन्य शर्तों की तुलना कर यह देखें कि ट्रांसफर के बाद ईएमआइ कितनी होगी। अगर मौजूदा बैंक कम ब्याज दर ऑफर कर रहा है, तो पहले उसी से बातचीत करें।
नया बैंक क्रेडिट स्कोर, आय, प्रॉपर्टी वैल्यू व रिपेमेंट हिस्ट्री को देखकर लोन स्वीकृत करेगा। 750+ सिबिल स्कोर अच्छा माना जाता है। पहले वाले बैंक या कंपनी से एनओसी और लोन अकाउंट स्टेटमेंट प्राप्त करें। बकाया राशि की जानकारी के लिए फोरक्लोजर लेटर लें।